स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने किस गलती के लिए कहा- ऐसे लोगों को गोली मार देनी चाहिए
जगदगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया है कि गोहत्या पर क्या सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने पर पुराणों और शास्त्रों का जिक्र करते हुए कहा कि गौहत्या करने वाले लोगों को गोली मारने के लिए कहा गया है.
स्वामी अमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि हां ये सच है. उन्होंने कहा, 'हमारे वेदों, पुराणों और स्मृतियों में भी गौहत्या करने वालो को मृत्यु दंड देने के लिए कहा गया है. यहां तक कि हमारी परंपरा को मानने वाले कई लोगों ने ऐसा किया भी है.'
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि 1857 में क्रांति की जो लड़ाई शुरु हुई थी वह भी गौहत्या करने की वजह से ही हुई थी. वह लड़ाई अंग्रेजों के खिलाफ से ज्यादा धर्म के पक्ष के लिए लड़ाई गई थी.
उन्होंने कहा, 'जब क्रांतिकारी मातादीन भंगी कारतूस की फैक्ट्री से काम करके निकला तो उसकी बात मंगल पांडे से हुई. मातादीन ने मंगल पांडे से कहा कि कारतूस में गाय की चरबी का इस्तेमाल होता है और तुम लोग उसी कारतूस को सैनिक बनकर अपने मुंह से खोलते हो, तो तुम लोग कैसे ब्राह्मण हो.'
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने आगे बताया, 'मातादीन की बात सुनकर मंगल पांडे को चोट पहुंची फिर उन्होंने अपने अफसर से इस बारे में सवाल किया. मंगल पांडे को जवाब में यह सुनने को मिला कि बंदूक में गाय और सुअर दोनों की चरबी का यूज होता है.'
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि उसके बाद से तकरार होनी शुरु हुई और उन अंग्रेजों को मृत्यु दंड मिला. इन सब के बाद लोगों में यह भावना भड़की जब तक अंग्रेज देश में रहेंगे तब तक हमारे गौमाता का हत्या होगी.