'चार दिन नहीं होगी बारिश, फिर भी बरसेगी आसमानी आफत, IMD ने उत्तर भारत के लिए जारी किया अलर्ट
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (जलवायु और मौसम विज्ञान) महेश पलावत ने कहा, अगले चार से पांच दिनों में हवा की दिशा पश्चिमी हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हर जगह बारिश बंद हो जाएगी. 22 सितंबर के आसपास पूर्वी भारत में एक नया चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की उम्मीद है. यह एक चक्रवाती परिसंचरण में तब्दील होकर मध्य भारत की ओर बढ़ेगा और ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि को पार करेगा.
आईएमडी ने पिछले पूर्वानुमान लगाया था कि 22 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों से मानसून फिर से दस्तक दे सकती है. अगर ऐसा होता है, तो यह आठ सालों में इस क्षेत्र से सबसे जल्दी मानसून की वापसी होगी. पिछले साल यह मानसून 25 सितंबर के आसपास लौटना शुरू हुआ था.
उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां मानसून विदाई की ओर है. मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक यहां बारिश को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया है. गुरुवार को मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक 23 सितंबर तक यूपी में बारिश की संभावना नहीं है, हालांकि आसमान में बादल छाए रह सकते हैं.
आईएमडी के अनुसार 20 सितंबर को अंडमान निकोबार में बारिश हो सकता है तो वहीं 21 सितंबर को देश के किसी भी हिस्से में बारिश को लेकर कोई चेतावनी नहीं है. 22 सितंबर को पूर्वोत्तर और ओडिशा के कुछ क्षेत्रों में बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग के अनुसार 23 सितंबर को उत्तर भारत में भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा 23 सितंबर को ओडिशा, छत्तीसगढ़ और उसके सटे एमपी में भारी बारिश की संभावना है. 25 सितंबर को भी यही चेतावनी जारी रहेगी.
मानसून आमतौर पर मानसून 17 सितंबर को वापस लौटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है.