भरण पोषण के लिए पत्नी को 55000 के सिक्के दिए, कोर्ट ने कहा गिनने में लगेंगे 10 दिन
समयाभाव के कारण सिक्कों की गणना नहीं होने पर अदालत ने 26 जून को इनकी गिनती कराने के निर्देश दिए. अदालत में आरोपी पति की इस हरकत को देखकर सभी लोग स्तब्ध हो गए.
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View In Appमहिला का पति 7 कट्टों में भरकर सिक्के लाया था. जिसको देख कोर्ट में सभी हैरान हो गए. पति की इस हरकत को पत्नी ने मानसिक प्रताड़ना बताया. पत्नी सीमा कुमावत के वकील रामप्रकाश कुमावत ने कहा कि यह मानवीयता नहीं है.
कोर्ट ने कहा कि इस राशि को गिनने में 10 दिन लग जाएंगा. पति के वकील ने कहा कि ये वैध भारतीय मुद्रा है. कोर्ट ने आरोपी पति को पत्नी के प्रार्थना पत्र पर पांच हजार गुजारा भत्ता देने के आदेश दिए थे.
पति दशरथ ने इस आदेश की पालन नहीं की और कई महीनों तक भरण-पोषण राशि जमा नहीं कराई. जिसके बाद अदालत ने अभियुक्त के खिलाफ वारंट जारी किया था. जिसके बाद हरमाड़ा थाना पुलिस ने पति दशरथ को गिरफ्तार कर फैमिली कोर्ट में पेश किया.
इस दौरान आरोपी की ओर से सात कट्टों में लाए 55 हजार रुपए के सिक्के अदालत में पेश किए गए. आरोपी की ओर से कहा गया कि एक और दो रुपए के यह सिक्के देश की मान्य मुद्रा हैं. ऐसे में इस राशि को स्वीकार किया जाए.
वहीं पत्नी ने कहा कि आरोपी प्रताड़ित करने के लिए हर्जाना राशि सिक्कों के रूप में दी है. दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने सिक्कों की गणना 26 जून को करने के आदेश देते हुए आरोपी पति को जमानत पर रिहा कर दिया है. अब सिक्कों की गिनती के समय पति दशरथ को भी अदालत में रहना होगा.
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