✕
  • होम
  • इंडिया
  • विश्व
  • उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
  • बिहार
  • दिल्ली NCR
  • महाराष्ट्र
  • राजस्थान
  • मध्य प्रदेश
  • हरियाणा
  • पंजाब
  • झारखंड
  • गुजरात
  • छत्तीसगढ़
  • हिमाचल प्रदेश
  • जम्मू और कश्मीर
  • बॉलीवुड
  • ओटीटी
  • टेलीविजन
  • तमिल सिनेमा
  • भोजपुरी सिनेमा
  • मूवी रिव्यू
  • रीजनल सिनेमा
  • क्रिकेट
  • आईपीएल
  • कबड्डी
  • हॉकी
  • WWE
  • ओलिंपिक
  • धर्म
  • राशिफल
  • अंक ज्योतिष
  • वास्तु शास्त्र
  • ग्रह गोचर
  • एस्ट्रो स्पेशल
  • बिजनेस
  • हेल्थ
  • रिलेशनशिप
  • ट्रैवल
  • फ़ूड
  • पैरेंटिंग
  • फैशन
  • होम टिप्स
  • GK
  • टेक
  • ऑटो
  • ट्रेंडिंग
  • शिक्षा

Indian Ocean: 'हिंद महासागर का उबल रहा पानी!', स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा- 21वीं सदी के आखिर तक परमाणु बम विस्फोट जितनी पड़ेगी गर्मी

एबीपी लाइव डेस्क   |  30 Apr 2024 11:06 PM (IST)
1

समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, यह स्टडी महाराष्ट्र के पुणे में भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के जलवायु वैज्ञानिक रॉक्सी मैथ्यू कोल के नेतृत्व में की गई है.

2

अध्ययन में यह प्रदर्शित किया गया है कि समुद्री ‘हीटवेव’ (समुद्र के तापमान के असमान्य रूप से अधिक रहने की अवधि) के प्रतिवर्ष 20 दिन (1970-2000) से बढ़कर प्रतिवर्ष 220-250 दिन होने का अनुमान है, जिससे उष्ण कटिबंधीय हिंद महासागर 21वीं सदी के अंत तक स्थायी ‘हीटवेव’ स्थिति के करीब पहुंच जाएगा.

3

समुद्री ‘हीटवेव’ के कारण मूंगों का रंग खत्म हो जाता है, समुद्री घास नष्ट हो जाता है और जलीय पारिस्थितिकी को नुकसान पहुंचता है. इससे मत्स्य पालन क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. यह चक्रवात के कम अवधि में जोर पकड़ने की भी एक प्रमुख वजह है.

4

‘उष्णकटिंबंधीय हिंद महासागर के लिए भविष्य के पूर्वानुमान’ शीर्षक वाले अध्ययन की मानें तो हिंद महासागर के जल का तेजी से गर्म होना केवल इसके सतह तक सीमित नहीं है.

5

आगे बताया गया कि हिंद महासागर में उष्मा की मात्रा सतह से 2,000 मीटर की गहराई तक वर्तमान में 4.5 जेटा जूल प्रति दशक की दर से बढ़ रही है और इसमें भविष्य में 16-22 जेटा-जूल प्रति दशक की दर से वृद्धि होने का अनुमान है.

6

रॉक्सी मैथ्यू कोल ने बताया कि उष्मा की मात्रा में भविष्य में होने वाली वृद्धि एक परमाणु बम (हिरोशिमा में हुए) विस्फोट से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा के समान होगा.

7

अधिकतम ‘वार्मिंग’ अरब सागर सहित उत्तर पश्चिम हिंद महासागर में होगी, जबकि सुमात्रा और जावा के तटों पर कम ‘वार्मिंग’ होगी.

  • हिंदी न्यूज़
  • फोटो गैलरी
  • इंडिया
  • Indian Ocean: 'हिंद महासागर का उबल रहा पानी!', स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा- 21वीं सदी के आखिर तक परमाणु बम विस्फोट जितनी पड़ेगी गर्मी
About us | Advertisement| Privacy policy
© Copyright@2025.ABP Network Private Limited. All rights reserved.