What are Strong Rooms: डबल लॉक सिस्टम, थ्री लेयर सिक्योरिटी और 24 घंटे निगरानी...ऐसे रहते हैं स्ट्रॉन्ग रूम के बंदोबस्त
स्ट्रॉन्ग रूम वह कमरा होता है, जिसमें मतदान के बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) रखी जाती हैं.
यह सिर्फ सरकारी इमारतों में ही बनाया जाता है. इस कमरे की दीवारें और दरवाजे बेहद मजबूत होते हैं, ताकि वहां किसी प्रकार की अनहोनी न हो सके.
स्ट्रॉन्ग रूम एक तरह से वह कमरा है, जिसकी सुरक्षा अचूक रहती है. वहां पर अनाधिकारिक लोगों को किसी भी सूरत में नहीं पहुंचने दिया जाता है.
नियमों के मुताबिक, स्ट्रॉन्ग रूम में एंट्री (प्रवेश) सिर्फ एक तरफ से ही होनी चाहिए. अगर अंदर जाने का कोई और रास्ता होता है तब उसे बंद कराना पड़ता है.
सुरक्षा इंतजामों के तहत स्ट्रॉन्ग रूम में यह भी सुनिश्चित करना पड़ता है कि वहां मेन एंट्री के अलावा किसी और रास्ते से कोई अंदर न प्रवेश कर पाए.
कमरे के बाहर एंट्री पॉइंट पर सीसीटीवी कैमरा रहता है. रूम में दो लॉक सिस्टम होते हैं, जिसकी दो चाभियां होती हैं और ये अलग-अलग लोगों के पास रहती हैं.
स्ट्रॉन्ग रूम की एक चाभी रिटर्निंग ऑफिसर के पास होती है और दूसरी वाली संबंधित लोकसभा क्षेत्र के असिस्टेंट रिटर्निंग ऑफिसर के पास रहती है.
स्ट्रॉन्ग रूम के अंदर केंद्रीय अर्ध सैनिक बल के जवानों का पहरा रहता हैं, जबकि बाहर की सुरक्षा का जिम्मा राज्य पुलिस बल के कर्मचारी संभालते हैं.