MSP को लेकर जारी किसानों का संग्राम, कुरुक्षेत्र में दिल्ली को जोड़ने वाला नेशनल हाइवे किया जाम
भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) की बुलाई गई 'एमएसपी दिलाओ, किसान बचाओ महापंचायत' राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के पास पिपली में एक अनाज मंडी में आयोजित की गई थी.
महापंचायत के बाद किसान राजमार्ग पर जमा हुए और उसे अवरुद्ध कर दिया. पुलिस ने दिल्ली की ओर से आ रहे वाहनों को कुरुक्षेत्र बाईपास की ओर मोड़ दिया.
महापंचायत में खाप के नेता और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत के अलावा, बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया भी मौजूद थे.
महापंचायत का आयोजन करने वाली स्थानीय समिति ने मांगें पूरी होने तक राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को बंद करने का फैसला किया है. यह राजमार्ग दिल्ली-कुरुक्षेत्र-अमृतसर मार्ग को जोड़ता है.
कुरुक्षेत्र के उपायुक्त शांतनु शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि एमएसपी पर सूरजमुखी के बीज की खरीद के मुद्दे को हल करने के लिए जिला प्रशासन, बीकेयू नेताओं के साथ रविवार से बातचीत कर रहा है.
भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में किसानों ने छह जून को शाहाबाद के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को इस मांग के साथ छह घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया था कि सरकार सूरजमुखी के बीज न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदे.
सोमवार ( 12 जून) को महापंचायत में शामिल हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद करनी चाहिए, और शाहाबाद में गिरफ्तार किसान नेताओं को रिहा करना चाहिए.
टिकैत ने घोषणा की कि ‘‘केंद्र सरकार के किये गए वादे के अनुसार अगर एमएसपी के लिए एक कानून नहीं लाया गया, तो संयुक्त किसान मोर्चा एक अखिल भारतीय आंदोलन शुरू करेगा.’’
टिकैत ने कहा कि सरकार अब केंद्र द्वारा तय एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद से इनकार कर रही है. उन्होंने कहा कि भविष्य में वे एमएसपी पर गेहूं और धान सहित अन्य फसलों को खरीदने से इनकार कर सकते हैं.