Cyclone Biparjoy: गुजरात के इन जिलों में चक्रवात बिपरजॉय का होगा अधिक असर, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी
बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के गुरुवार (15 जून) को गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ पत्तन के पास तट पर पहुंचने का अनुमान है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार (12 जून) को यह जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी के समुद्र तट के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है.
आईएमडी अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, 'चक्रवात के जखाऊ बंदरगाह के पास टकराने का अनुमान है. यह 15 जून को दोपहर के आसपास गुजरात के तट पर पहुंचेगा.
उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ सहित अन्य क्षेत्रों में 15-16 जून को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है.
अधिकारियों के अनुसार, पोरबंदर के 31 गांवों से करीब 3,000 लोगों को और देवभूमि द्वारका में करीब 1,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
कच्छ के जिलाधिकारी अमित अरोड़ा ने कहा, 'तट से 10 किमी के दायरे में स्थित गांवों के करीब 23,000 लोगों को मंगलवार (12 जून) को आश्रय घरों में ले जाया जाएगा'.
मौसम विभाग ने एक ट्वीट में कहा, चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह को पार कर जाने का अनुमान है.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है और सभी स्कूल एवं कॉलेज 15 जून तक बंद कर दिए गए हैं.
अधिकारियों के अनुसार प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बलों (एनडीआरएफ और एसडीआरएफ) के दलों को तैयार रखा गया है और प्रशासन थल सेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के संपर्क में है.
केंद्र ने राज्य सरकार को तटीय और अपतटीय गतिविधियों को विनियमित करने एवं कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी सहित सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों से लोगों को हटाने का निर्देश दिया है.
आईएमडी ने 15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. समुद्र में हवा की गति 190 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है.