Delhi Building Collapse: दिल्ली के कश्मीरी गेट में निर्माणाधीन इमारत गिरी, 3 घायल, 27 लोगों को बचाया गया
राजधानी दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके के चाबी गंज निकलसन रोड पर आज शाम एक निर्माणाधीन इमारत गिर गई, जिसकी वजह से 3 लोग घायल हो गए हैं, जबकि लगभग 27 लोग सकुशल बच के बाहर निकल गए हैं. पुलिस का कहना है कि फिलहाल रेस्क्यू का काम चल रहा है और प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन की है. इस पूरे मामले में जो भी कानूनी कार्रवाई बनती है, वह की जाएगी. वहीं एमसीडी के अधिकारी नॉर्थ एमसीडी के सिटी जोन के डीसी राजेश गोयल का कहना है कि जो इमारत बन रही थी उसके निर्माण के लिए 100 गज की जमीन पर निर्माण का नक्शा पास कराया गया था. हादसा किन परिस्थितियों में हुआ है, उसकी जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट एमसीडी के कमिश्नर को सौंपी जाएगी. उस जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा हादसे की वजह क्या रही और इसमें किसकी लापरवाही है.
एक प्रत्यक्षदर्शी आदिल ने बताया कि हादसा आज शाम लगभग 5:30 बजे हुआ. लगभग 200 गज के प्लॉट पर इमारत का निर्माण चल रहा था. लगभग 2 महीने से ये काम चल रहा था. 3 लेंटर पड़ चुके थे. कल यानी रविवार को भी एक लेंटर पड़ा था. आज शाम अचानक ये बिल्डिंग गिर गई. मैं अपनी दुकान में ही मौजूद था. अचानक से आवाज आई और धूल धूल हो गयी. 2 मिनट तक कुछ समझ नहीं आया क्या हुआ? घुटन होने लगी. फिर सीढ़ी लगा कर ऊपर की टिन हटा कर मैं और अन्य दुकानदार यहां से बाहर आये.
चाबी गंज, निकलसन रोड की जिस गली में ये हादसा हुआ वह काफी सकरी है. जेसीबी को बचाव कार्य मे काफी दिक्कत आ रही है. यही वजह रही कि फायर की गाड़ी घटना स्थल तक नहीं पहुंच सकी.
नार्थ एमसीडी के सिटी जोन के डीसी राजेश गोयल ने कहा, मुझे इस घटना की जानकारी आज शाम 6 बजे मिली. उसके बाद मैं यहां पर मुआयना करने के लिए आया. अभी तक जो जानकारी मिली है, वो ये है कि यहां पर 100 गज की जमीन पर कंस्ट्रक्शन के लिए नक्शा पास करवाया गया था और नक्शा फरवरी 2021 में पास करवाया था. अभी तक 3 लेंटर डाले गए हैं. एक लेंटर कल ही डाला गया था और आज शाम को यह हादसा हो गया. कुछ लोगों को यहां से बाहर निकाला गया है और अभी राहत कार्य भी जारी है. इसमें बेसमेंट भी बनाया जा रहा था.
डीसी राजेश गोयल के अनुसार बेसमेंट के लिए भी नक्शा पास किया गया था. उनसे जब यह सवाल किया गया कि यह जगह यमुना नदी के बेहद नजदीक है और जो आसपास के लोग हैं उनका कहना है कि जब बेसमेंट खोदा जा रहा था तो 6 फुट की खुदाई के बाद ही बेसमेंट से पानी आने लगा था. इस पर उनका कहना था कि अभी हम लोग जांच करेंगे और जांच रिपोर्ट निगमायुक्त को सौंपेंगे. जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि निर्माण कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बरती गई है या नहीं. डीसी राजेश गोयल ने ये भी कहा कि अब इस इमारत में किसी के फंसे होने की उम्मीद कम है. बचाव कार्य जारी है.
डीसीपी नार्थ ने कहा, हमें इस घटना की जानकारी शाम लगभग 5:30 बजे मिली थी. एक इमारत का निर्माण चल रहा था. इमारत सरक गयी और लेंटर गिर गया. अब तक की अगर हम बात करें तो 3 लोग इसमें घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दिलीप नाम के घायल को अरुणा आसफ अली अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि मोहम्मद मुसाइब और मोहम्मद शमी को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. अब अंदर किसी के फंसे होने की उम्मीद बेहद कम है. एनडीआरएफ की टीम और डीडीएमए की टीम बचाव कार्य में जुटी हुई है. जल्द ही मलबा हटा लिया जाएगा. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है, जो भी कानूनी कार्रवाई बनती है वह कार्रवाई की जाएगी. अगर हम इस हादसे में कितने लोगों को बचाया गया है, इस सवाल की बात करें तो लगभग 30 लोगों को बाहर निकाला गया है. 25 से 27 लोग आसपास के दुकानदार थे, जो इस बिल्डिंग के गिरने से अपनी दुकानों के अंदर फंस गए थे. वे लोग खुद और आसपास के लोगों की मदद से सकुशल बाहर निकले हैं. पुलिस ने ठेकेदार आदि से बात की है, उसके मुताबिक कोई भी मजदूर मलबे में नहीं फंसा है. वहीं कोई मिसिंग भी नहीं है.