Christmas 2022: दुनिया में प्रसिद्ध हैं भारते के ये 6 चर्च, जानें इनकी खासियत
मैसूर - मैसूरु का सेंट फिलोमेना चर्च 1936 में बनाया गया था. कहते हैं कि यह एशिया का सबसे लंबा चर्च माना जाता है. इसका निर्माण निओ-गोथिक शैली में किया गया था.
शिमला - हिल्स क्वीन शिमला के रिज मैदान पर स्थित ऐतिहासिक क्राइस्ट चर्च को राजधानी का ताज कहा जाता है. अग्रेजों के शासन में बना यह उतरी भारत में दूसरा सबसे पुराना चर्च है.
दिल्ली - भारत के सबसे पुराना चर्च में शुभार 'कैथेड्रल ऑफ सेक्रेड हार्ट चर्च देश की राजधानी दिल्ली में स्थित है. इसकी बनावट बहुत अद्भुत है.
कोलकाता - कोलकाता का सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च एशिया का पहला एपिस्कोपल चर्च माना गया है. ये एशिया का पहला ऐसा चर्च था जिसका नाम किसी संत के नाम पर रखा गया. 1847 में बना गोथिक वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है ये चर्च.
कोच्चि - कोच्चि के सेंट फ्रांसिस चर्च को भारत का पहला यूरोपियन चर्च माना गया है. ये सन् 1503 में बना है. मान्यता है कि महान पुर्तगाली नाविक वास्को-डि-गामा को मरने के बाद इसी चर्च में दफनाया गया था.
गोवा - गोवा का ये चर्च पुरानी दुनिया में प्रसिद्ध है. ये गोवा के मुख्य पर्यटन स्थल में से एक है. इसे सेंट फ्रांसिस जेवियर का घर माना जाता है, क्योंकि इस चर्च में सेंट फ्रांसिस जेवियर की बॉडी अभी तक मौजूद है.