Chaitra Amavasya 2023: चैत्र अमावस्या पर बुरी शक्तियों का रहता है प्रभाव, भूलकर भी न करें ये 5 गलती
धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या पर नकारात्क शक्तियां का प्रभाव तेज होता है. जिससे मानसिक और शारीरिक तौर पर हानि पहुंच सकती है.चैत्र अमावस्या के दिन देर तक न सोएं. इस दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान की परंपरा है. इससे पितर प्रसन्न होते हैं.
चैत्र यानी भूतड़ी अमावस्या की रात किसी सुनसान जगह पर न जाएं, खासकर शमशाम के आसपास.
अमावस्या तिथि पर शारीरिक संबंध नहीं बनना चाहिए. गरुण पुराण के अनुसार अमावस्या पर दैहिक संबंध बनाने से पैदा होने वाली संतान को जीवन में कई परेशानियां झेलनी पड़ती है.
अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित हैं. ऐसे में परिवार वाले वाद-विवाद न करें. कहते हैं इससे पितरों की आत्मा को ठेस पहुंचती है और उनकी कृपा नहीं मिलती.
इस दिन नशा और तामसिक भोजन न करें, मान्यता है इससे पितृ दोष लगता है और पितर नाराज हो जाते हैं. इससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है.
अमावस्या के दिन पितरों बाल-नाखून कटवाने से बचना चाहिए. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो ऐसा करने से पितृ दोष होता है.