Right Parenting: बच्चों को फीडबैक देने से पहले रखें इन जरूरी बातों का ध्यान
हम शब्दों या संकेतों के माध्यम से बच्चों से जो कुछ कहते हैं वह उनकी आत्म-छवि और आत्म-सम्मान के विकास में अहम भूमिका निभाता है.
बच्चे मन ही मन में उन्हीं बातों को दोहराते हैं जो उन्हें वयस्कों से सुनने को मिलता है और इसी आधार पर अपना विश्लेषण करते हैं.
दुनिया के टॉप साइकोलॉजिस्ट का मानना है कि यदि आप बच्चों को पॉजिटिव फीडबैक देते हैं तो इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और उनकी अपने आप में पॉजिटिव इमेज बनती है.
आपकी कुछ छोटी-छोटी बातें बच्चे के सेल्फ कॉन्फिडेंस को बूस्ट कर सकती हैं. जैसे- आप अच्छा पिआनो बजाना सीख गए हैं या आपने अपना रूम बहुत अच्छे से साफ किया है.
मनोविज्ञानी कहते हैं कि यह पॉजिटिव इमेज बच्चों को नई चीजें सीखने के लिए प्रोत्साहित करती है.
आपके बोले गए अच्छे शब्द बच्चों को यह जानने और महसूस करने में मदद करते हैं कि ‘वे कौन हैं?’ इससे उनमें खुद के प्रति और दूसरों के साथ रहने का कंफर्ट और सेल्फ कॉन्फिडेंस पनपता है.