2025 में बदला हेयर ग्रोथ का पूरा खेल, जानिए कौन-से देसी हैक्स लोगों के सच में काम आए
2025 में लोगों ने समझा कि हेयर केयर सिर्फ लंबाई पर नहीं बल्कि स्कैल्प से शुरू होती है. हफ्ते में एक बार हल्की एक्सफोलिएशन से तेल, गंदगी और पॉल्यूशन हटने लगा. वहीं साफ स्कैल्प से हेयर फॉल कम हुआ और ग्रोथ अपने आप बेहतर होने लगी.
वहीं सालों से चली आ रही रातभर तेल लगाने की आदत पर 2025 सवाल उठे. खासकर उमस और ठंड में इससे खुजली और डैंड्रफ बढ़ा. 30 से 35 मिनट की फ्री वॉश, ऑयलिंग लोगों को ज्यादा शूट करने लगी, जिससे स्कैल्प शांत और बाल मजबूत बने.
इसके अलावा महंगे सप्लीमेंट्स की जगह लोगों ने घर के खाने पर भरोसा किया. दाल, चना, पनीर, दही, अंडे, मूंगफली और तेल जैसे प्रोटीन सोर्स से बालों की जड़े मजबूत हुई. वहीं पालक, चुकंदर, खजूर और गुड़ जैसे आयरन रिच फूड्स खासकर महिलाओं के लिए फायदेमंद साबित हुए.
इसके अलावा राइस वॉटर का इस्तेमाल ज्यादा समझदारी से होने लगा. ज्यादा फर्मेंटेड पानी की जगह उबले चावल का ताजा पानी हफ्ते में एक बार लगाया गया. इससे बालों में शाइन आई और ब्रेकेज कम हुआ.
वहीं तेज रगड़ की जगह हल्के हाथों से मसाज ट्रेंड में रही. नाखूनों की बजाय उंगलियों से गोल-गोल मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हुआ और हेयर लाइन पर बेबी हेयर दिखने लगे.
2025 में लोगों ने माना कि तनाव बालों का बड़ा दुश्मन है. बेहतर नींद, कम कैफीन और योग से बिना किसी प्रोडक्ट के भी हेयर फॉल में सुधार दिखा.
ब्लो ड्राई और स्ट्रेटनर की जगह एयर ड्राइंग और हिटलेस स्टाइलिंग अपनाई गई. इससे बाल टूटना कम हुआ, जिससे लंबाई अपने आप बेहतर दिखने लगी.
इसके अलावा हार्श प्रोडक्ट की जगह जेंटल सीरम्स आए. साफ स्कैल्प पर नियमित इस्तेमाल से पतले हिस्सों में धीरे-धीरे फर्क दिखा. वहीं हल्की ट्रीमिंग और स्प्लिट एंड्स हटाने से बाल ज्यादा घने और हेल्दी नजर आए.