8 घंटे सोने के बाद भी नहीं रहते फ्रेश? ये 6 कारण आपकी नींद के दुश्मन तो नहीं
अनियमित नींद का समय: अगर आप रोजाना अलग-अलग समय पर सोते और उठते हैं तो आपके शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक गड़बड़ा सकती है. इससे भले ही आप 8 घंटे सो लें, लेकिन नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है और आप फ्रेश महसूस नहीं करते.
स्क्रीन टाइम ज्यादा होना: रात में सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप या टीवी देखने से ब्लू लाइट मेलाटोनिन के स्तर को कम कर देती है. इससे नींद भले आ जाए, लेकिन गहरी और रिलैक्सिंग नींद नहीं हो पाती.
नींद से पहले कैफीन या भारी भोजन: रात को चाय, कॉफी या कोल्ड ड्रिंक पीना या देर से भारी खाना खाने से नींद बाधित होती है. इससे शरीर पूरी तरह से आराम नहीं कर पाता और सुबह उठते समय थकान बनी रहती है.
मानसिक तनाव या चिंता: अगर दिमाग में चिंता या काम का तनाव है तो यह आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करता है. आप भले ही सो रहे हों, लेकिन दिमाग पूरी तरह से आराम नहीं कर पाता.
नींद से जुड़ी बीमारी: नींद के दौरान बार-बार सांस रुकने की समस्या खर्राटे, या बार-बार नींद टूटना, ऐसी समस्याएं नींद को अधूरी बना देती हैं. इसका परिणाम सुबह की थकान के रूप में नजर आता है.
शरीर में पोषण की कमी: विटामिन D, मैग्नीशियम, आयरन या विटामिन B12 की कमी से थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है. अगर शरीर में पोषण की कमी है, तो नींद पूरी होने के बाद भी शरीर तरोताजा महसूस नहीं करता.