सिर पर जगह-जगह दिखने लगे गंजेपन के पैच तो न हो परेशान, दोबारा ऐसे उगा सकते हैं बाल
गंजेपन के कई कारण हो सकते हैं. इनमें सबसे पहला एंड्रोजेनिक एलोपेशिया है, जो एक जेनेटिक प्रॉब्लम है. महिलाओं और पुरुषों में गंजेपन का यह बेहद कॉमन कारण है. ऐसा होने की वजह हार्मोनल डिसबैलेंस और जेनेटिक डिसऑर्डर होता है.
आयरन, प्रोटीन, विटामिन डी और बायोटिन जैसे पोषक तत्वों की कमी से भी बाल झड़ने लगते हैं. अगर आप ज्यादा टेंशन लेते हैं तो भी बालों का डिवेलपमेंट प्रभावित होता है. वहीं, केमिकल वाला शैंपू, डाई, और स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स भी स्कैल्प को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
अगर आप गंजेपन से परेशान हैं तो नारियल तेल इस्तेमाल कर सकते हैं. दरअसल, नारियल तेल में लॉरिक एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो स्कैल्प को पोषण देते हैं और बालों की जड़ों को मजबूत करते हैं. बता दें कि रोजाना स्कैल्प मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे बालों के रोम छिद्र एक्टिव होते हैं.
एलोवेरा में एंजाइम्स और विटामिन्स होते हैं, जो स्कैल्प के पीएच स्तर को बैलेंस करते हैं और बालों को डिवेलप करते हैं. एलोवेरा डैंड्रफ और स्कैल्प की सूजन को कम करने में भी असरदार होता है.
प्याज के रस में काफी ज्यादा सल्फर होता है, जो कोलेजन प्रॉडक्शन को बढ़ाता है और बालों के रोम को पुनर्जनन में मदद करता है. एक क्लिनिकल स्टडी में पाया गया कि प्याज का रस गंजेपन के इलाज में कारगर हो सकता है.
रोजमेरी ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो बालों के विकास को बढ़ावा देते हैं. एक अध्ययन में पाया गया कि रोजमेरी तेल मिनोक्सिडिल यानी एक आम हेयर रिग्रोथ दवा जितना ही असरदार हो सकता है.
मेथी के बीज में प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड होते हैं, जो बालों के रोम को पोषण देते हैं और बालों को मजबूत करते हैं.
ग्रीन टी में एंटीऑक्सिडेंट्स और पॉलीफेनॉल्स होते हैं, जो बालों के झड़ने को कम करने और स्कैल्प को हेल्दी रखने में मदद करते हैं.
अंडे में प्रोटीन, सल्फर और बायोटिन होता है, जो बालों के विकास के लिए बेहद जरूरी हैं. यह स्कैल्प को पोषण देता है और बालों को चमकदार बनाता है.