सर्दियों में दिल की बीमारियों से बचना चाहते हैं? तो इन आयुर्वेदिक टिप्स को जरूर फॉलो करें
1 चम्मच अर्जुन की छाल, 2 ग्राम दालचीनी, 5 तुलसी लेकर सभी चीजों को उबालकर काढ़ा बना लें.इसे रोजाना पीने से आपका दिल स्वस्थ रहता है.
स्वास्थ्य अधिकारी इस बात पर ज़ोर देते हैं कि रोजाना टहलने से दिल से जुड़ी समस्याओं का जोखिम काफ़ी हद तक कम हो सकता है. रिसर्च से पता चलता है कि दिन में सिर्फ़ 40 मिनट पैदल चलने से दिल की बीमारी की संभावना 25% तक कम हो जाती है. दिल से जुड़ी बीमारी, डायबिटीज को काफी हद से सिर्फ वॉक करने से कंट्रोल किया जा सकता है.
कोविड-19 के बाद दिल के दौरे के मामलों में 300% की वृद्धि को दर्शाने वाले चौंकाने वाले आंकड़ों से और भी बढ़ जाती है.कई व्यक्ति बिना किसी लक्षण के गंभीर रुकावटों से पीड़ित हैं.
जिससे भारत हृदय रोग के प्रसार में अग्रणी देश बन गया है. वैश्विक स्तर पर दिल के दौरे से होने वाली मौतों में से 20% भारत में होती हैं. जहां हृदय संबंधी समस्याएँ पश्चिमी देशों की तुलना में एक दशक पहले शुरू होती हैं.
50-60 सीढ़ियां चढ़ना, लगातार 20 स्क्वाट करना और पकड़ की ताकत की जाँच करना। जीवनशैली में बदलाव हृदय स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
दिल को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी खाना खाएं: अपने दिल और समग्र स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छी चीजों में से एक है स्वस्थ खाद्य पदार्थ खाना.यही कारण है कि आयुर्वेदिक चिकित्सक प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के बजाय भरपूर मात्रा में सब्जियों और फलों के साथ ताजा पका हुआ भोजन चुनने की सलाह देते हैं.