Aloe Vera Juice For Digestion: खाने या लगाने से पहले क्या आप भी नहीं हटातीं एलोवेरा टॉक्सिन, जानें यह कितना करती है नुकसान?
एलोवेरा का जेल सुरक्षित होता है और इसे त्वचा पर लगाया जा सकता है या जूस में मिलाया जा सकता है. लेकिन अगर लैटेक्स को सही तरीके से हटाया न जाए, तो यह पेट की समस्याएं, डिहाइड्रेशन और किडनी स्ट्रेन तक पैदा कर सकता है.
अगर आप बिना साफ किए एलोवेरा का सेवन करते हैं, तो पेट में ऐंठन, दस्त और पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं. छोटे मात्रा में पारंपरिक रूप से इसे लैक्जेटिव के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है, लेकिन जोखिम ज्यादा होता है.
लैक्जेटिव लैटेक्स शरीर से पानी बाहर निकाल देता है, जिससे कमजोरी, चक्कर या ब्लड प्रेशर कम होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं. यानी हेल्दी रहने की कोशिश में शरीर हाइड्रेशन खो सकता है.
बहुत अधिक लैटेक्स किडनी पर भी दबाव डाल सकता है. किडनी पहले से ही काम कर रही होती हैं और ज़हरीले कंपाउंड्स इसे और नुकसान पहुंचा सकते हैं. त्वचा पर भी बिना धोए इस्तेमाल करने से जलन, लालिमा या खुजली हो सकती है.
लैटेक्स को निकालने का सुरक्षित तरीका आसान है. पत्ती को काटकर खड़े करें ताकि लैटेक्स नीचे निकल जाए, हरी त्वचा छीलें और केवल साफ जेल निकालें. इसे पानी में धोकर या कुछ मिनट भिगोकर इस्तेमाल करें.
कई लोग सोचते हैं कि “नेचुरल मतलब सेफ” होता है, लेकिन ऐसा नहीं है. ठीक वैसे ही जैसे आलू की अंकुरित भाग या रूबर्ब के पत्ते जहरीले होते हैं, एलोवेरा लैटेक्स भी सीधे खाने के लिए सुरक्षित नहीं है.
यदि एलोवेरा जूस या जेल का सेवन करना है, तो लैटेक्स हटाकर ही करें या भरोसेमंद ब्रांड के डिकोलोराइज्ड और प्योरिफाइड प्रोडक्ट्स लें. सही तरीके से तैयार किया गया जेल हाइड्रेशन, पाचन और त्वचा की सेहत में मदद करता है, जबकि लैटेक्स केवल नुकसान पहुंचाता है.