क्या आप भी भूलने लगे हैं बातें? इन 8 आदतों से पाएं तेज दिमाग और मजबूत याददाश्त
अगर आप दिमाग और याददाश्त को मजबूत रखना चाहते हैं तो इसके लिए कोशिश करें कि आप नई स्किल्स सीखें. नई स्किल में जैसे नई भाषा, म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट, डांस फॉर्म या कोडिंग सीखने से दिमाग में नए नेचुरल कनेक्शन बनते हैं जो लॉन्ग टर्म मेमोरी और सोने की क्षमता को बेहतर बनाते हैं.
इसके अलावा आप रोजाना एक पजल सर्किट भी कर सकते हैं. क्रॉसवर्ड, सुडोकू, वर्ड गेम और लॉजिक पजल को रोज 10 से 15 मिनट दें. इससे दिमाग हल्के दबाव में सोने और जानकारी को याद रखने की ट्रेनिंग करता है.
वहीं कोशिश करें कि आप रोजाना थोड़ी देर तेज चले. तेज चलना या साइकलिंग जैसे एरोबिक्स एक्सरसाइज दिमाग में ब्लड फ्लो बढ़ता है और हिप्पोकेंपस को सपोर्ट देती है जो याददाश्त बढ़ाने और संभालने में जरूरी हिस्सा माना जाता है.
आप रोजाना लिस्ट रिकॉल की प्रैक्टिस भी कर सकते हैं. इसके लिए आप शॉपिंग लिस्ट या टुडू लिस्ट को याद करें, फिर छुपा कर जितना याद हो उतना रिकॉल करें. इससे वर्किंग मेमोरी और ध्यान दोनों मजबूत होते हैं.
याददाश्त को तेज करने के लिए नाम और चेहरे पहचानने की ट्रेनिंग भी कर सकते हैं. इसके लिए आप किसी से मिलते समय उनका नाम दोहराए, एक सवाल पूछें और चेहरे की किसी खास बात से नाम को जोड़कर उस व्यक्ति की दिमाग में एक इमेज बनाएं, जिससे याद रखना आसान हो जाता है.
वहीं दिमाग तेज रखने के लिए आप नॉन डोमिनेंट हाथ का इस्तेमाल कर सकते हैं. उलटे हाथ से ब्रश करना, चाय हिलाना या माउस चलाना दिमाग के कम इस्तेमाल होने वाले हिस्सों को एक्टिव करता है और कॉग्निटिव फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ता है.
दिमाग को तेज करने के लिए आप छोटे, फोकस्ड मेडिटेशन भी कर सकते हैं. इसके लिए आप 5 से 10 मिनट की सिंपल ब्रीदिंग मेडिटेशन करें. यह मेडिटेशन ध्यान बढाती है और दिमाग को कल्टर फ्री करती है, जिससे नहीं यादें बनाना और उन्हें याद रखना आसान होता है.
याददाश्त मजबूत रखने के लिए आप जो सीखते हैं उसे किसी को समझाने या सीखाने की कोशिश करें. दरअसल किसी किताब, पॉडकास्ट या लेक्चर को किसी और को समझाने से दिमाग की जानकारी व्यवस्थित होती है और मेमोरी ट्रेस और मजबूत होती है.