बीमारी, भूख और तनाव में न करें जिम, फिटनेस एक्सपर्ट ने बताए 6 नो वर्कआउट मोमेंट्स
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि फ्लू, बुखार या किसी वायरल की कंडीशन में ट्रेनिंग को पूरी तरह रोक देना चाहिए. ऐसे समय में शरीर को ठीक होने के लिए ऊर्जा चाहिए होती है और वर्कआउट करने से हालात और खराब हो सकती है.
वहीं अगर आपने दिनभर खाना नहीं खाया या बहुत कम खाया है तो जिम जाना चोट का खतरा बढ़ा देता है. दरअसल बिना एनर्जी के किया गया वर्कआउट प्रभावी नहीं माना जाता है और इससे शरीर को भी नुकसान पहुंचता है.
अगर रातभर आपको नींद नहीं आई है तो ऐसे समय में भी जिम जाने से ताकत, फोकस और कोऑर्डिनेशन पर असर पड़ता है. इससे भी चोट लगने की संभावना ज्यादा रहती है, इसलिए पूरी तरह नींद से जागे बिना ट्रेनिंग नहीं करनी चाहिए.
हल्की मांसपेशियों में खिंचाव सामान्य माना जाता है, लेकिन अगर तेज या चुभने वाला दर्द हो रहा है तो वर्कआउट को रोक देना ज्यादा सही माना जाता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इस कंडीशन में दर्द वाली एक्सरसाइज छोड़कर हल्की एक्टिविटी या दूसरी मांसपेशियों पर काम किया जा सकता है.
वहीं अगर किसी इमोशनल कंडीशन के चलते रोना, घबराहट या बेचैनी महसूस हो रही है तो पहले खुद को शांत करना जरूरी होता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि जब ऐसी कंडीशन हो तो खूद को शांत करके थोड़ी देर बाद किया गया वर्कआउट शरीर और दिमाग दोनों के लिए राहत भरा होता है.
इसके अलावा एक्सपर्ट्स यह भी बताते हैं कि अगर लगातार थकान बनी रहे, ताकत घटने लगे, मूड खराब हो या भूख कम हो जाए तो यह ओवरट्रेनिंग का संकेत हो सकता है. ऐसे समय शरीर आराम की मांग करता है और ट्रेनिंग जारी रखने से कंडीशन और खराब हो सकती है.