ये हैं भारत के सबसे बड़े और पुराने चर्च, क्रिसमस डे पर लगती है भारी भीड़
क्रिसमस का महीना चल रहा है. अब से ठीक है एक दिन बाद क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाएगा. क्रिसमस के त्यौहार के समय हम आपको बताने जा रहे हैं. भारत के सबसे पुराने और बड़े चर्च के बारे में जहां क्रिसमस के दिन खूब भीड़ होती है.
क्रिसमस के दिन सबसे ज्यादा भीड़ जहां होती है और जिस चर्च को एशिया का सबसे बड़ा चर्च माना जाता है. वह भारत के नागालैंड राज्य में है. सुमी बैपटिस्ट नाम का यह चर्च नागालैंड के जूनहेबोटो इलाके में मौजूद है. यह चर्च पहाड़ों के बीच स्थित है. इसीलिए यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी खूब सारे पर्यटक क्रिसमस मनाने आते हैं.
नागालैंड के इस सुमी बैपटिस्ट चर्च की सबसे बड़ी खासियत है इसकी डिजाइन जो पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है. ऐसा कहा जाता है कि अंडे के आकार में बने इस चर्च में एक साथ लगभग 8,500 लोग प्रार्थना कर सकते हैं.
क्रिसमस के दिन मैसूर के सैंट फिलोमेना चर्च में भी काफी भीड़ लगती है. मैसूर के इस चर्च का निर्माण साल 1936 में हुआ था. सेंट फिलोमेना चर्च को एशिया का सबसे लंबा चर्च माना जाता है.
दिल्ली के कश्मीरी गेट में स्थित सेंट जेम्स चर्च दिल्ली का सबसे पुराना चर्च माना जाता है इस साल 1836 में बनवाया गया था इस चर्च में तकरीबन 1200 लोग आराम से प्रार्थना कर सकते हैं. क्रिसमस के दिन दिल्ली के चर्च में काफी भीड़ देखने को मिलती है.
क्रिसमस के दिन कोलकाता में बने सेंट पॉल कैथेड्रल चर्च में अलग ही नजारा देखने को मिलता है. यहां भारी संख्या में लोग आते हैं. क्रिसमस के दिन यहां शानदार सजावट होती है और अच्छा खासा इंतजाम किया जाता है. कहां जाता है यह चर्च करीब 171 साल पुराना है यह एशिया का ऐसा पहला चर्च है जिसका नाम संत के नाम पर रखा गया है.