इंसान से लेकर जानवरों तक...सबकी पांच ही उंगलियां क्यों होती हैं
हालांकि, सभी मैमल्स की पांच उंगलियां नहीं होती. जैसे खुर वाले जानवर या फिर व्हेल मछली. जबकि, कुत्ता, बिल्ली, बंदर ये वो जीव हैं जो मैमल्स तो हैं लेकिन इनके पंजे में पांच उंगलियां हैं.
वैज्ञानिकों की मानें तो पांच उगलियों के पीछे हॉक्स जीन का कमाल होता है. दरअसल, हॉक्स जीन प्रोटीन को एनकोड करते हैं जो दूसरे जीन की एक्टिविटी को कंट्रोल करने और उन्हें स्टार्ट या फिर बंद करने में मदद करते हैं.
आसान भाषा में समझें तो हॉक्स जीन ही तय करते हैं कि भ्रूण जब विकसित हो रहा हो तो शरीर में कौन सा अंग कहां होगा. दरअसल, हॉक्स जीन टेट्रापोड्स के स्केलेटन पैटर्न को बनाने में बहुत ज्यादा हावी रहते हैं.
वैज्ञानिकों से जब पूछा गया कि पहली बार उंगलियों वाला कोई जीव कब पैदा हुआ था, तब एक वैज्ञानिक स्टीवर्ट ने बताया कि पहली बार किसी जीव में उंगली लगभग 36 करोड़ साल पहले विकसित हुआ था.
हालांकि, उस दौरान उन जीवों की 8 उंगलियां हुआ करती थीं. लेकिन धीरे-धीरे उन जीवों के जीन में बदलाव हुआ और उनकी पांच उगलियां विकसित हो गईं.
वहीं एक और थ्योरी है म्यूटेशन की थ्योरी. इस थ्योरी के मुताबिक, पांच से ज्यादा उंगलियां होना, मनुष्यों सहित कई मैमल्स में म्यूटेशन के रूप में होता है. सैन डिएगो के डेवलपमेंटल जेनेसिस्ट किम्बर्ली कूपर भी पॉलीडेक्टाइली में म्यूटेशन के आधार से सहमत हैं.