Blue Christmas 2025: इन देशों में क्रिसमस मनाया तो हो जाएंगे गिरफ्तार, जानें कितने खतरनाक कानून?
ब्रुनेई में क्रिसमस मनाने के खिलाफ सबसे ज्यादा सख्त कानून है. यहां क्रिसमस ट्री, सजावट या फिर त्यौहार के कपड़े जैसे सार्वजनिक प्रदर्शन पर प्रतिबंध है. अगर कोई नियम तोड़ता है तो उसे 5 साल तक की कैद या फिर भारी जुर्माना भुगतना पड़ सकता है.
उत्तर कोरिया में क्रिसमस पूरी तरह से बैन है क्योंकि सभी धार्मिक कामों पर रोक है. ईसाई धर्म से जुड़े किसी भी तरह के उत्सव, प्रार्थना या सभा करने पर गिरफ्तारी जबरन मजदूरी या फिर जेल भी हो सकती है. इतना ही नहीं बल्कि धार्मिक प्रतीकों को अपने पास रखना भी यहां पर एक गंभीर अपराध माना जाता है.
सोमालिया ने 2015 में सुरक्षा जोखिमों और धार्मिक वजहों का हवाला देते हुए क्रिसमस और नए साल के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया था. अधिकारियों का यह तर्क है कि यहां पर ऐसे उत्सव इस्लामी संस्कृति के खिलाफ है. सार्वजनिक उत्सव मनाने पर हिरासत या जेल भी हो सकती है.
वैसे तो सऊदी अरब ने हाल ही के कुछ सालों में सामाजिक पाबंदियों में ढील दी है लेकिन सार्वजनिक क्रिसमस उत्सव अभी भी कानूनी तौर पर मंजूर नहीं किया गया. चुपचाप नीजी तौर पर मनाने की इजाजत है लेकिन सार्वजनिक प्रदर्शन पर अभी भी प्रतिबंध है.
कजाकिस्तान में क्रिसमस की सार्वजनिक परंपराओं जैसे कि पेड़ सजाना, आतिशबाजी, त्यौहार का खाना और यहां तक की फादर क्रिसमस पर भी प्रतिबंध है. अधिकारियों का कहना है कि यह रीति रिवाज राष्ट्रीय संस्कृति के खिलाफ है.
लीबिया और भूटान में भी क्रिसमस की कोई आधिकारिक छुट्टी नहीं है और सार्वजनिक उत्सव पर कड़ी पाबंदी है. हालांकि निजी तौर पर मनाने पर हमेशा गिरफ्तारी नहीं होती लेकिन सार्वजनिक उत्सव मनाने पर कानूनी या फिर प्रशासनिक कार्यवाही जरूर हो सकती है.