घर के किचन गार्डन में रागी उगाना हुआ आसान, जानिए बुवाई से कटाई तक पूरा तरीका
रागी की खेती अब केवल खेतों तक सीमित नहीं रही, बल्कि शहरी घरों में भी लोग इसे टेरेस और बालकनी में उगा रहे हैं रागी एक छोटा और कठोर अनाज है जो कम पानी और कम देखभाल में भी अच्छे से उग जाता है टेरेस गार्डन के लिए यह एक आदर्श विकल्प है क्योंकि इसे सीमित जगह में आसानी से बोया जा सकता है और समय पर सही देखभाल से अच्छा उत्पादन मिलता है.
टेरेस पर रागी उगाने के लिए हल्की दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है मिट्टी में थोड़ी कम्पोस्ट या जैविक खाद मिलाकर उसे उपजाऊ बना लें गमले या ट्रे में मिट्टी भरें और हल्का पानी दें रागी के बीज 6–8 घंटे भिगोकर अंकुरित करें और 1–2 सेंटीमीटर गहराई में बो दें.
बीज बोने के बाद नियमित पानी दें लेकिन ज्यादा पानी से बचें टेरेस पर कम से कम 4–5 घंटे प्रतिदिन सूरज की रोशनी होनी चाहिए पौधों को पर्याप्त जगह दें ताकि जड़ें फैल सकें समय-समय पर खरपतवार हटाना और हल्की जुताई करना फायदेमंद होता है.
रागी की कटाई तब करें जब बालियां भूरे या हल्के पीले रंग की हो जायें कटाई के बाद इन्हें सुखाकर रोटी, दलिया, हलवा या स्मूदी बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं यह बच्चों और बड़ों दोनों के लिए स्वास्थ्यवर्धक और पौष्टिक होता है.
टेरेस पर रागी उगाने से घर में ताजगी बनी रहती है और वातावरण साफ रहता है यह जैविक खेती का अनुभव देता है और रसायनों से दूर रहते हुए स्वस्थ भोजन मिल सकता है कम जगह, कम पानी और आसान देखभाल के साथ रागी उगाना शहरी जीवन में भी सरल है.
घर के टेरेस पर रागी की खेती करना स्वास्थ्य और पोषण के लिए एक स्मार्ट कदम है इसे उगाना आसान है, और यह आपके भोजन को प्राकृतिक, पौष्टिक और स्वादिष्ट बनाता है शहरी घरों में भी टेरेस गार्डन के जरिए आप प्राकृतिक खेती का आनंद उठा सकते हैं.