20 साल से कहां हैं 'गरम मसाला' की हीरोइन, पहली हिट देकर क्यों हुईं बॉलीवुड से दूर
फिल्म में अक्षय के संग उनका एक छोटा रोमांटिक सीन भी था, जिसमें वह नोटिस की गई थीं. इस हिंदी फिल्म में उन्होंने एयरहोस्टेस स्वीटी की भूमिका निभाई.
'गरम मसाला' की सफलता के बाद वह 2007 में मधुर भंडारकर की 'ट्रैफिक सिग्नल' में भी नजर आई थीं. हालांकि, यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हो पाई.
इस फिल्म के फ्लॉप होते ही नीतू ने हिंदी के साथ ही साउथ फिल्मों की तरफ रूख किया.लेकिन वह वहां भी कुछ खास सफलता हासिल नहीं कर पाईं. 2009 में उनकी तमिल फिल्म 'यावरुम नालम' काफी सफल रही. वहीं उनकी फिल्म 'गोदावरी' फ्लॉप साबित हुई.
हिंदी और साउथ में किस्मत आजमाने के बाद उन्होंने 2011 में भोजपुरी फिल्म 'देसवा' में काम किया. उन्होंने खुद इस फिल्म को प्रोड्यूस भी किया.
बॉलीवुड के अलावा नीतू ग्रीक फिल्म 'होम स्वीट होम' का भी हिस्सा रहीं. इसमें उन्होंने एक भारतीय लड़की की भूमिका निभाई. इस फिल्म के लिए उन्हें ग्रीक भाषा सीखनी पड़ी और खुद ही डबिंग भी की. इसके अलावा वह 'गाउन एंड आउट इन बेवर्ली हिल्स' और 'नेवर बैक डाउन: रिवॉल्ट' में देखी गईं.उन्हें आखिरी बार उन्हें 'कुछ लव जैसा' में देखा गया था.
आपको बता दें कि नीतू भले ही हिंदी फिल्मों से लंबे वक्त से दूर हैं, लेकिन वह लगातार एक्टिंग की दुनिया में काम कर रही हैं. इसके साथ ही साथ वह अपने होम टाउन बिहार में सामाजिक और व्यावसायिक गतिविधियों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं.
बिहार चुनाव के दौरान नीतू का नाम सुर्खियों में था.ऐसा इसलिए क्योंकि चुनाव आयोग ने नीतू चंद्रा को बिहार चुनाव ब्रांड एंबेसडर की भूमिका से हटा दिया था. इस कदम के पीछे चुनाव आयोग की नीतियों का उल्लंघन करना बताया गया था.