जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल
अक्षय खन्ना हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘धुरंधर’ में खतरनाक रहमान डकैत के रूप में नजर आए. उनका यह किरदार शांत लेकिन डर पैदा करने वाली मौजूदगी और अचानक बदल जाने वाले स्वभाव के कारण बेहद इंप्रेसिव बना. फिल्म में अक्षय खन्ना का रफ-टफ और जबरदस्त अवतार दर्शकों को तुरंत पसंद आया. उनकी दमदार एक्टिंग ने कहानी में जान डाल दी और उन्हें उनकी तेज़, सटीक और इंटेंस परफॉर्मेंस के लिए खूब सराहना मिली.
इमरान हाशमी ने ‘वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई’ में दाऊद इब्राहिम से प्रेरित किरदार निभाया, जो 70 के दशक के मुंबई के क्राइम वर्ल्ड को फिर से सामने लाती है. उनकी एक्टिंग में अंडरवर्ल्ड डॉन का दबा हुआ गुस्सा और आगे बढ़ने की चाह साफ दिखाई दी. इमरान के बारीकियों पर ध्यान देने ने इस किरदार को असली, गहराई भरा और इंप्रेसिव बनाया. फिल्म बड़ी हिट साबित हुई और यह रोल उनके करियर के सबसे यादगार परफॉर्मेंसेज़ में से एक बन गया.
अजय देवगन ने ‘वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई’ में सुल्तान मिर्झा का मजबूत और यादगार किरदार निभाया, जो हाजी मस्तान से प्रेरित था. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे मिर्झा एक ताकतवर स्मगलर बनता है और फिर किस तरह उसकी दुनिया बिखर जाती है. अजय की शांत लेकिन प्रभावशाली एक्टिंग ने इस रोल को बेहद खास बना दिया. इसी कारण यह किरदार आज भी मुंबई के माफिया जगत पर बनी फिल्मों में सबसे ज्यादा याद किया जाता है
सीमा बिस्वास ने ‘बैंडिट क्वीन’ में फूलन देवी का रोल बहुत दमदार तरीके से निभाया. फिल्म में फूलन देवी की मुश्किलों, दर्द और उनके संघर्ष से भरी जिंदगी दिखाई गई है. सीमा बिस्वास ने इस किरदार में ताकत और भावनाओं को इतने सच तरीके से दिखाया कि यह रोल लोगों के दिलों में बस गया. उनकी शानदार एक्टिंग के लिए उन्हें 1996 में नेशनल अवॉर्ड भी मिला.
अर्जुन रामपाल ने फिल्म ‘डैडी’ में गैंगस्टर से नेता बने अरुण गवली का किरदार निभाया था. फिल्म में गवली की जिंदगी के उतार–चढ़ाव और मुंबई की गलियों से लेकर राजनीति तक का सफर दिखाया गया है. इस रोल के लिए रामपाल की लुक और बॉडी लैंग्वेज में किया गया बदलाव काफी सराहा गया. उनकी परफॉर्मेंस ने कहानी को और ज्यादा रियल और इंटेंस बना दिया.
ऋषि कपूर ने ‘डी-डे’ में दाऊद इब्राहिम का रोल निभाकर दर्शकों को हैरान कर दिया. पहली बार उन्होंने इतने तीखे और नेगेटिव शेड्स वाला किरदार स्क्रीन पर निभाया. कपूर ने डॉन की निर्ममता को बेहद सधे हुए अंदाज़ में दिखाया, जिसे देखकर लोग दंग रह गए. इस रोल ने उनकी लेट-करियर फिल्मोग्राफी में एक नया और अनोखा आयाम जोड़ दिया
जॉन अब्राहम ने ‘शूटआउट ऐट वडाला’ में कुख्यात गैंगस्टर मन्या सुर्वे का रोल निभाया. फिल्म में 1982 के उस बड़े पुलिस एनकाउंटर की कहानी दिखाई गई, जिसमें सुर्वे का अंत हुआ था. जॉन की बॉडी लैंग्वेज और इमोशनल इंटेंसिटी ने इस किरदार को और असरदार बना दिया. हुसैन जैदी की किताब ‘डोंगरी टू दुबई’ से प्रेरित ये फिल्म जॉन के करियर के सबसे यादगार कामों में से एक मानी जाती है.
श्रद्धा कपूर ने फिल्म ‘हसीना’ में दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर का रोल निभाया. फिल्म में दिखाया गया कि कैसे एक शांत-सादी लड़की धीरे-धीरे मुंबई के अंडरवर्ल्ड में ताकतवर शख्सियत बनती है. श्रद्धा ने इस किरदार के लिए लुक से लेकर इमोशन्स तक में बड़ा बदलाव किया. इस फिल्म से उनके भाई सिद्धांत कपूर ने भी बॉलीवुड में डेब्यू किया था.
विवेक ओबेरॉय ने राम गोपाल वर्मा की फिल्म ‘कंपनी’ में छोटे राजन से प्रेरित किरदार निभाकर खूब तारीफें बटोरीं. फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे दाऊद इब्राहिम और छोटे राजन के बीच रिश्ते बिगड़ते हैं. विवेक ने इस रोल में गुस्सा, डर और इमोशन सबकुछ बड़ी आसानी से दिखाया. यह फिल्म गैंगस्टर जॉनर की सबसे खास फिल्मों में मानी जाती है और विवेक के करियर का एक बड़ा हाईलाइट भी है.