Manipur Election 2022: मणिपुर में राहुल गांधी, बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर बरसे, जानें क्या कुछ कहा?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी मणिपुर के इतिहास, संस्कृति और भाषा की रक्षा करेगी, जिन्हें भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कमजोर कर दिया है.’’ राहुल गांधी ने मणिपुर में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने, एमएसएमई क्षेत्र का पुनरूद्धार करने, राज्य को चावल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने, सिंचाई सुविधाओं में सुधार लाने, फूड पार्क स्थापित करने तथा महिला-नियंत्रित 'इमा बाजार' की संख्या बढ़ाने का भी वादा किया.
राहुल गांधी ने इंफाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, बीजेपी एवं आरएसएस मणिपुर में सम्मान की भावना के साथ नहीं बल्कि श्रेष्ठता की भावना के साथ आते हैं. दूसरी ओर, मैं विभिन्न जनजातियों, पहाड़ियों और घाटी से , और आप अपनी महिलाओं के साथ किस प्रकार आचरण करते हैं... विनम्रता के साथ सीखने आता हूं.
कांग्रेस नेता ने कहा, मेरा मानना है कि हर राज्य को अपनी भाषा, संस्कृति, इतिहास और खुद को देखने का तरीका रखने का समान अधिकार है. दूसरी ओर, बीजेपी एक विचारधारा, एक भाषा और एक संस्कृति में विश्वास रखती है. भारत इन दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई का सामना कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य के कुछ नेताओं को अपने आवास पर आमंत्रित किया था और उन नेताओं को अपने जूते उतारने के लिए कहा था, वहीं शाह ने जूते पहन रखे थे.
कांग्रेस नेता ने कहा, एक मंत्री ने इसका बचाव करते हुए कहा कि जूते उतारना उनकी संस्कृति है, लेकिन मेहमानों को अपमानित करना मेरी संस्कृति नहीं है. वे हमारी संस्कृति और परंपराओं पर हमला कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी दावा करती है कि उसने शासन को दरवाजे तक ला दिया है, लेकिन पहाड़ी क्षेत्रों में ‘एडीसी’ चुनाव नहीं करा कर उन्होंने लोकतांत्रिक परंपराओं पर हमला किया है.
राहुल गांधी ने कहा, आपके भविष्य को बर्बाद करने के लिए ताड़ (के तेल) बागानों की योजना बनाई जा रही है. इनसे चंद बड़े कारोबारियों को ही फायदा होगा. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी के दौरान मणिपुर में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की कमी के कारण हजारों लोगों की मौत हो गयी थी और यह राज्य उन प्रदेशों में है, जहां टीकाकरण सबसे कम हुआ है.
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने मणिपुर में छोटे और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को काफी प्रभावित किया है. उन्होंने कहा, ‘‘हम बागवानी में एमएसपी की गारंटी देंगे. हम मणिपुर को चावल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, और सिंचाई सुविधाओं में सुधार करना चाहते हैं. कांग्रेस एमएसएमई क्षेत्र का पुनरूद्धार करेगी, और छोटे कारोबारियों का समर्थन और रक्षा करेगी, खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करेगी और फूड पार्क स्थापित करेगी. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश, मणिपुर से बड़ा है लेकिन हमारे लिए दोनों राज्य समान रूप से महत्वपूर्ण हैं. मणिपुर में दो चरणों में वोट डाले जाएंगे. पहले चरण के लिए 25 फरवरी को और दूसरे चरण के लिए पांच मार्च को वोट डाले जाएंगे.