In Photos: पकड़े जाएंगे मिलावटखोर, तस्वीरों में देखें जोधपुर की हाईटेक लैब
जोधपुर में जांच लैब हाईटेक हो चुकी है जिसके चलते मुनाफाखोरी करने वाले मिलावटखोरों की कारस्तानी को जल्द पकड़ा जा सकता है. सरकार भी इस मामले को लेकर सख्त है.
राजस्थान के जोधपुर में बिकने वाले घी और मसलों के सैंपल 70 प्रतिशत तक मिलावटी पाए गए हैं. खाने-पीने की चीजों जैसे घी, तेल और मसालों में मिलावट पाई गई है.
स्वास्थ्य विभाग की टीम खाने-पीने की चीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे जिनमें घी, तेल और मसालों में मिलावट पाई गई है.
जोधपुर की खाद्य सुरक्षा और मानक प्रयोगशाला राजस्थान की इंचार्ज फूड एनालिसिसट रेनू शर्मा ने बताया कि भी घी और मसालों में अधिक मिलावट के मामले सामने आए हैं.
रेनू शर्मा ने बताया कि अब जोधपुर लैब हाईटेक हो चुकी है जिसके चलते मुनाफाखोरी करने वाले मिलावटखोरों की कारस्तानी को जल्द पकड़ा जा सकता है.
एबीपी न्यूज की टीम लैब में भी पहुंची और देखा कि जांच किस तरह से की जाती है. शुद्ध देसी घी में 12 कंपोनेंट का मिश्रण होता है. सैंपल की जांच में 12 कंपोनेंट में से कुछ कम होते हैं तो उसे मिलावटी माना जाता है.
मिलावट को लेकर राजस्थान सरकार भी सख्त है. मंत्री परसादी लाल मीणा ने अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा नमूने लेने और मिलावट पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.