Lok Sabha Elections 2024: राहुल गांधी से लेकर असदुद्दीन ओवैसी और महुआ मोइत्रा तक...चुनाव ने सबकी कराई चांदी! जानें, सबसे ज्यादा किसे मिला पैसा
आम चुनाव के दौरान किस दल ने कितना खर्च पार्टी उम्मीदवारों किया है? इसका ब्यौरा पार्टियों की ओर से चुनाव आयोग को दिया जा चुका है.
जनवरी 2022 में ECI की सिफारिश पर केंद्र ने आम चुनावों में प्रत्याशियों के लिए चुनाव खर्च की सीमा 70 लाख से बढ़ाकर 95 लाख की थी.
लोकसभा चुनाव से इतर सरकार ने विधानसभा चुनावों के लिए रकम 28 लाख रुपए से बढ़ाकर 40 लाख रुपए (कैंडिडेट्स के लिए) कर दी थी.
आम चुनावों के लिए संशोधित खर्च की सीमा मौजूदा समय में बड़े राज्यों के लिए 90 लाख रुपए और छोटे प्रदेशों के लिए कुल 75 लाख रुपए है.
अरविंद केजरीवाल की AAP ने तीन उम्मीदवारों को कुल 60 लाख रुपए से कुछ अधिक दिए, जिनमें दो दिल्ली से रहे और एक गुजरात से था.
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात के भरूच से आप के चैतरभाई वसावा को 60 लाख रुपए में से लगभग आधे रुपए मिले.
लोकसभा इलेक्शन के दौरान खर्च किए गए डेटा से पता चला कि AIMIM ने चीफ असदुद्दीन ओवैसी को दो किस्तों में कुल 52 लाख रुपए दिए.
सात जून को चुनाव आयोग के सामने पेश किए गए डिटेल्स के मुताबिक, टीएमसी ने चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों पर 3.60 करोड़ रुपये खर्च किए.
सीएम ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने 48 उम्मीदवारों को कुछ समय पहले निपटे लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 75-75 लाख रुपए दिए थे.
बंगाल सीएम ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी (फिलहाल लोकसभा सांसद) को भी 75 लाख रुपए मिले.
बॉलीवुड से राजनीति में आने वाले दो बार के केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा (आसनसोल से टीएमसी के लोकसभा सांसद) को भी 75 लाख रुपए मिले.
ममता बनर्जी की पार्टी के लिए मिसाइल जैसी तेज-तर्रार नेता महुआ मोइत्रा (पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से लोकसभा एमपी) को भी 75 लाख दिए गए.
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी को दो अलग-अलग सीटों से लड़ने के लिए 70-70 लाख रुपए की रकम मुहैया कराई गई.
राहुल गांधी ने केरल के वायनाड और यूपी के रायबरेली से आम चुनाव लड़ा था. वह दोनों जगहों से जीते पर उनको वायनाड सीट छोड़नी पड़ी थी.