Yogini Ekadashi 2025: योगिनी एकादशी व्रत से कौन सा ग्रह नहीं करता परेशान जानें, संवर जाता है जीवन
इस साल योगिनी एकादशी व्रत 21 जून 2025 को किया जाएगा. इस दिन साल का सबसे बड़ा दिन होगा. इस व्रत को करने से ग्रह दोष दूर होता है.
एकादशी का व्रत विष्णु जी को समर्पित है और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विष्णु जी की पूजा करने वालों को जीवन में बृहस्पति ग्रह की कृपा मिलती है. कुंडली में बृहस्पति मजबूत हो तो व्यक्ति नौकरी में सफलता, संतान सुख मिलता है, धन की कमी नहीं रहती, वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है, विवाह में अड़चने नहीं आती.
योगिनी एकादशी पर पीपल का पौधा लगाना बहुत माना गया है, धार्मिक मान्यता है कि इससे नौकरी में आ रही अड़चने खत्म होती है और धन आगमन होता है. संभव हो तो इस दिन भगवद्गीता के 11वें अध्याय का पाठ करें.
योगिनी एकादशी पर व्रत रखकर दोनों सुबह-शाम श्रीहरि का स्मरण करें. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार इस दिन गजेंद्र मोक्ष का पाठ करने से पितरों का संतुष्टि मिलती है और व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं. पूर्वजों के आशीर्वाद से वंश में वृद्धि होती है.
यदि आपके पास शालिग्राम हैं, तो योगिनी एकादशी पर तुलसी और शालिग्राम की एक साथ पूजा करना अत्यंत फलदायी होता है. इससे वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानी खत्म होती है.
मान्यता के अनुसार योगिनी एकादशी पर सूर्यास्त के बाद तुलसी के पास घी का दीपक जलाना और उनकी परिक्रमा करना चाहिए, ये किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सबसे अहम उपाय है.