Ball-tampering: क्या होती है बॉल टेम्परिंग? अश्विन से पहले कितने भारतीय खिलाड़ियों पर लगा ऐसा करने का आरोप
तौलिए के साथ बॉल को ज्यादा रगड़कर उसकी सतह को बदलने की कोशिश करना बॉल टेम्परिंग कहलाता है. इसमें बॉल के एक हिस्से को रफ करने की कोशिश की जाती है.
बॉल टेम्परिंग के जरिए गेंद को रफ बनाने से गेंदबाज को एक्स्ट्रा स्विंग कराने में मदद मिलती है, जिससे बल्लेबाज के आउट होने के चांस बन जाते हैं.
बॉल टेम्परिंग का आरोप कई नामी खिलाड़ियों पर लग चुका है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक मैच में सचिन तेंदुलकर का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हुआ था. आरोप लगने के साथ ही सचिन पर एक मैच का बैन लगा था. लेकिन आईसीसी की जांच के बाद उनसे ये आरोप हट गया. इसके साथ ही सचिन के ऊपर से बैन भी हटा लिया गया.
राहुल द्रविड़ पर ही बॉल टेम्परिंग करने का आरोप लग चुका है. ऑस्ट्रेलिया में जिम्बाब्वे के खिलाफ मैच के दौरान राहुल द्रविड़ पर ये आरोप लगा था. आरोप सही साबित होने के बाद राहुल द्रविड़ की उस वनडे मैच की आधी मैच फीस काट ली गई थी.
भारतीय खिलाड़ियों के अलावा ऑस्ट्रलियाई क्रिकेटर स्टीव स्मिथ पर 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा था, जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें 12 महीनों के लिए इंटरनेशनल और लीग क्रिकेट से बैन कर दिया. स्मिथ के साथ इसी मामले में डेविड वॉर्नर को भी यही सजा मिली.
तमिलनाडु प्रीमियर लीग में अब रविचंद्रन अश्विन पर बॉल टेम्परिंग का आरोप लगा है. पाकिस्तानी खिलााड़ी वकार यूनुस पर भी बॉल टेम्परिंग का आरोप लग चुका है, जिसके लिए उनकी 50 फीसदी मैच फीस कट गई थी.