Santo Ki Vani: साईं बाबा के वचनों में छिपा है बेहतर जिंदगी का समाधान
गुरूवार का दिन विशेष है. आज हम बात करेंगे साईं भगवान के वचनों की, साईं बाबा के 11 वचनों में हम पिछवे गुरूवार बात कर चुके हैं प्रथम चार वचनों की आज हम बात करें, पांचवें, छठे , सातवें और आठवे वचन की.
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View In Appपांचवा वचन - ''मुझे सदा जीवित ही जानो, अनुभव करो सत्य पहचानो.'' इसका अर्थ है साईं नाथ अजर-अमर हैं. भक्ति और प्रेम जो साईं का ध्यान करता है बाबा उसका साथ कभी नहीं छोड़ते. बाबा अपने भक्तों से साथ और पास हमेशा रहते हैं.
छठा वचन - ''मेरी शरण आ खाली जाए, हो तो कोई मुझे बताए''. इसका अर्थ है साईं हर भक्त की मुराद पूरी करते हैं, इनके दर से कभी कोई खाली नहीं जाता. साईं भगवान अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं.
सातवां वचन - ''जैसा भाव रहा जिस जन का, वैसा रूप हुआ मेरे मन का'' इसका अर्थ है साईं ने भक्तों से कहते है कि वो जिस रूप में, जिस भाव से उन्हें देखेंगे, वो वैसे ही उसकी कामना पूरी करेंगे.
आठवां वचन - ''भार तुम्हारा मुझ पर होगा, वचन ना मेरा झूठा होगा'' इसका अर्थ है जो इंसान पूरी तरह समर्पित होकर भक्ति करेगा उसका हर भार मेरे जिम्मे होगा. मैं उसकी हर समस्या का हल करूंगा.
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