विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक दुनियाभर में पिछले कुछ समय में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिली है. राहत की बात यह है कि पिछले सप्ताह में कोरोना से होने वाली मौतों में 17% की गिरावट आई है. डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार रात महामारी की साप्ताहिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें यह आंकड़ा सामने आया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि पिछले सप्ताह 1.1 करोड़ से अधिक नए कोरोना संक्रमण के केस मिले. इसमें पहले की तुलना में लगभग 8% की वृद्धि हुई है, जबकि 43,000 लोगों की संक्रमण से मौत हुई है.


डब्ल्यूएचओ के मुताबिक पिछले तीन हफ्तों से वैश्विक स्तर पर कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में गिरावट आ रही है. इसके अलावा सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण वेस्ट पेसिफिक और अफ्रीका में बढ़ा है. यहां संक्रमण क्रमशः 29% और 12% बढ़ा है, जो काफी चिंताजनक है. मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और अमेरिका में मामलों में 20% से अधिक की गिरावट आई है. जबकि यूरोप में मामले करीब 2% बढ़ गए.


डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कई देश अपनी कोविड-19 टेस्टिंग की रणनीति बदल रहे हैं. वे महामारी के दौर से बाहर निकल रहे हैं और कम टेस्ट कर रहे हैं. इसकी वजह से नए मामले सामने नहीं आ रहे. हाल के हफ्तों में स्वीडन और यूके सहित कई देशों ने कोरोना के लिए टेस्टिंग को कम करने का फैसला किया. इन देशों का मानना है कि अब बड़े पैमाने पर टेस्टिंग जरूरी नहीं है. फिर भी ब्रिटेन में संक्रमण, अस्पताल में भर्ती होने और मौतों में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, जो अधिक संक्रामक ओमिक्रोन के सब-वैरिएंट की चपेट में आए हैं.


डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि दुनिया के कई हिस्सों में संक्रमण कम भी हो रहा है. चीन ने ज्यादातर लोगों को कोरोनोवायरस की चपेट में आए प्रांत को छोड़ने पर बैन लगा दिया है और कुछ शहरों में संक्रमण बढ़ने के बाद सख्त लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. अधिकारियों ने दक्षिणी शहर शेनझेन को भी बंद कर दिया, जिसमें 1.17 करोड़ लोग रहते हैं. यह चीन का एक प्रमुख तकनीकी और वित्त केंद्र है, जो हांगकांग की सीमा में है.


यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी और अमित शाह जाएंगे जम्मू-कश्मीर, एक महीने के अंदर होगा बीजेपी के दो दिग्गजों का ये दौरा


द कश्मीर फाइल्स को लेकर केंद्र पर भड़कीं महबूबा मुफ्ती, कहा- कश्मीरी पंडितों के दर्द को हथियार बना रही मोदी सरकार