Polygamy And Triple Talaq in Muslim Countries: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) की वकालत करके सियासी गलियारों में नई बहस छेड़ दी है. मोदी ने कहा कि विपक्षी दल UCC के मुद्दे पर मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं. हमें ध्यान रखना चाहिए कि संविधान भी देश के सभी नागरिकों को समान अधिकार देता है. ऐसे में तीन तलाक (Triple Talaq), चार-चार शादियों (Polygamy) जैसी कुरीतियां खत्म होनी चाहिए. पीएम मोदी ने हवाला दिया कि "मुस्लिम देशों में भी तीन तलाक बैन है, तो यहां क्यों ऐसा नहीं हो सकता. एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा, तो घर चल पायेगा क्या? दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चलेगा."
अब सवाल उठता है कि वो कौन-से इस्लामिक देश हैं, जहां मुसलमानों को चार शादियों की इजाजत है और किन-किन मुस्लिम देशों में तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है? क्या मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करने के लिए केवल भारत में ही चार-चार शादियां करते हैं? आइए यहां ऐसे ही कई सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं.
सख्त कायदे-कानून वाले इस्लामिक देशों में भी 3 तलाक बैनतीन तलाक की बात करें तो OIC के प्रमुख सदस्य देशों ने इस प्रथा को अपने यहां प्रतिबंधित कर दिया है. बांग्लादेश, मलेशिया, अल्जीरिया, जॉर्डन, इराक, ब्रुनेई, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, कुवैत और मोरक्को जैसे देश भी उन मुस्लिम देशों में से हैं, जो इस प्रथा से असहमत हुए और उन्होंने इस पर प्रतिबंध लगा दिया. दिलचस्प बात यह है कि मिस्र पहला देश था जिसने 1929 में इस प्रथा पर प्रतिबंध लगाया था. इस प्रथा पर प्रतिबंध लगाने के लिए भारत सरकार ने भी कदम उठाया.
- शरिया (लॉ) के अनुसार, मुसलमानों को बहुविवाह करने की इजाजत है. हालांकि, कोई पुरुष अधिकतम चार पत्नियाँ तभी रख सकता है जब उसे गैर-विवाहित अनाथ लड़कियों के साथ अन्याय होने का डर हो.
- भारत में मुस्लिम विवाह कानूनों के अनुसार, एक पुरुष 4 पत्नियाँ रख सकता है, लेकिन एक महिला एक समय में केवल एक ही पति रख सकती है.
ईरान और पाकिस्तान जैसे देशों में कोई पुरुष यदि दूसरी शादी करना चाहता है तो उसे अपनी पहली पत्नी से इजाजत लेनी होती है और फिर अपनी पहली पत्नी की सहमति का अदालती सबूत दिखाना होता है. वहीं, मलेशिया में एक व्यक्ति को दूसरा निकाह करने के लिए अपनी पत्नी और सरकारी प्राधिकरण दोनों से अनुमति लेनी होगी.
इन देशों में बहुविवाह प्रतिबंधित
- मिस्र (1920)
- सूडान (1929)
- अल्जीरिया
- जॉर्डन (1951)
- सीरिया (1953)
- मोरक्को (1958)
- बांग्लादेश
- इराक़ (1959)
- ईरान (1967, 1975)
- कुवैत
- लेबनान
सोर्स- Oxfordislamicstudies.com
किन देशों में मुस्लिमों को एक से ज्यादा शादियों की इजाजत1. अफगानिस्तान2. अल्जीरिया3. पाकिस्तान4. संयुक्त अरब अमीरात (यूएई)5. कैमरून
इनके अलावा भारत, मलेशिया, फिलीपींस और सिंगापुर में सरकारें बहुविवाह को मान्यता देती हैं, लेकिन केवल मुसलमानों के लिए. ऑस्ट्रेलिया में, बहुपत्नी विवाह गैरकानूनी है, इसी तरह इंग्लैंड और वेल्स में भी किसी का बहुविवाह करना गैरकानूनी है.