यूक्रेन पर हमले में रूसी सैनिक टैंक, मिसाइल और रॉकेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. रूसी सेना ने पूरे देश में सुविधाओं को तहस नहस करने के लिए फाइटर प्लेन और कैलिब्र क्रूज मिसाइलों (Kalibr Cruise Missile) का इस्तेमाल किया. कलिब्र एक सटीक हथियार है जिसके जरिए यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को तबाह किया जा रहा है. इसके अलावा रूसी सेना ने इस्कंदर मिसाइलों का भी उपयोग किया है. जानकारी के मुताबकि इस मिसाइल की मारक क्षमता 500 किलोमीटर तक है. ये कुछ ही क्षणों में बड़ी इमारतों और सैन्य ठिकानों को नष्ट करने में सक्षम है. कुछ इस्कंदर मिसाइलों (Iskander Missiles) को कथित तौर पर रूसी सहयोगी बेलारूस के क्षेत्र से दागा गया है.


रूसी सैन्य उपकरणों में ग्रैड (हेल), स्मर्च ​​(टॉर्नेडो) और उरगन (Hurricane) कई रॉकेट लॉन्चर शामिल हैं. आबादी वाले क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल किया जाता है. इससे भारी संख्या में लोग हताहत होते हैं और नागरिक बुनियादी ढांचे को बड़ी क्षति पहुंचती है. 


स्वचालित होवित्जर का इस्तेमाल


रूसी सेना के पास शक्तिशाली सोवियत-डिज़ाइन की गई तोपखाने की यूनिट भी है, जिन्हें विचित्र रूप से फूलों के नाम पर रखा गया. जैसे कि ऑटेमेटिक 203-mm Peony और 152-mm Hyacinth और Acacia हॉवित्ज़र. रूस सेना के पास होवित्जर सीरीज के कई टैंक हैं. होवित्जर स्वचालित तोपखाने हैं. इसकी फायरिंग रेंज 30 से 70 किलोमीटर के बीच है. इसमें टैंक और तोप दोनों की खासियत है. BMPT-72 Terminator टैंक गोले बरसाने के साथ-साथ हेलीकॉप्टर और हल्के विमानों को मार गिराने में सक्षम है. सुखोई-35 फाइटर प्लेन भी जंग के मैदान में है और ये यूक्रेन में तबाही मचा रहा है. TU-160 बॉम्बर के जरिए भी रूसी सैनिक यूक्रेन में हमला बोल रहे हैं.


यूक्रेन की सेना के पास ये हथियार


यूक्रेनी सेना के पास रूसी सैनिकों जितने ताकतवर हथियार तो नहीं है लेकिन कई ऐसे हथियार हैं जिसके दम पर यूक्रेन इस जंग को लड़ रहा है. यूक्रेनी सेना के पास सोवियत काल की टोचका-यू कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें हैं. अपने पुराने सोवियत-निर्मित शस्त्रागार के अलावा, यूक्रेन को पश्चिमी देशों से हथियारों के बड़े शिपमेंट प्राप्त हुए हैं. अमेरिका निर्मित जेवलिन एंटी-टैंक मिसाइल (Javelin Anti Tank Missiles) यूक्रेन के सेना को काफी ताकत प्रदान करती है.


जेवलिन एंटी टैंक मिसाइल के अलावा शोल्डर-लॉन्च स्टिंगर एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल के जरिए यूक्रेन की सेना रूसी बलों को भारी नुकसान पहुंचाने के लिए इनका इस्तेमाल कर रही है. बख्तरबंद गाड़ियां, लड़ाकू हेलीकॉप्टर और कुछ फाइटर प्लेन की मदद से यूक्रेन के सैनिक रूस को जवाब दे रहे हैं. यूक्रेनी सेना तुर्की द्वारा आपूर्ति किए गए बायरकटार ड्रोन (Bayraktar Drones) का भी इस्तेमाल कर रही है.


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