America On Russian Soldiers In UN: अमेरिका ने बृहस्पतिवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि उसकी जानकारी स्पष्ट रूप से बताती है कि यूक्रेन की सीमाओं के पास जमा 1,50,000 से अधिक रूसी सैनिक ‘आने वाले दिनों में’ यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी कर रहे हैं. अमेरिका ने साथ ही यह भी कहा कि रूस की योजना हमले के लिए ‘एक बहाना गढ़ने की’ है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कहा, ‘जब हम आज बैठक कर रहे हैं, शांति और सुरक्षा के लिए सबसे तात्कालिक खतरा यूक्रेन के खिलाफ रूस की बढ़ती आक्रामकता है.’


म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन के लिए जाने से पहले सुरक्षा परिषद को संबोधित करने न्यूयॉर्क पहुंचे ब्लिंकन ने कहा कि पिछले महीनों में ‘उकसावे या औचित्य’ के बिना रूस ने यूक्रेन की सीमाओं के आसपास 1,50,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है. उन्होंने कहा, ‘रूस का कहना है कि वह उन सैनिकों को पीछे हटा रहा है. हमें जमीनी स्तर पर ऐसा होता नहीं दिख रहा है. हमारी जानकारी स्पष्ट रूप से इंगित करती है कि जमीनी सैनिक, विमान, जहाजों सहित ये बल आने वाले दिनों में यूक्रेन पर हमला शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं.’


ब्लिंकन ने कहा कि ‘हम ठीक से नहीं जानते’ कि चीजें कैसे सामने आएंगी. उन्होंने कहा, ‘वास्तव में, यह अभी सामने आ रहा है. आज, जब रूस युद्ध की राह पर कदम बढ़ा रहा है और सैन्य कार्रवाई का नया खतरा उत्पन्न कर रहा है. रूस सबसे पहले, अपने हमले के लिए एक बहाना बनाने की योजना बना रहा है.’ ब्लिंकन ने कहा कि इसमें यूक्रेन के अलावा भी काफी कुछ दांव पर है और यह लाखों लोगों के जीवन और सुरक्षा के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र चार्टर का आधार और दुनियाभर में स्थिरता को बनाए रखने वाली ‘नियम-आधारित’ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के लिए संकट का पल है.


उन्होंने कहा, ‘यह संकट इस परिषद के प्रत्येक सदस्य और दुनिया के हर देश को सीधे प्रभावित करता है, क्योंकि बुनियादी सिद्धांत जो शांति और सुरक्षा बनाए रखते हैं, सिद्धांत जो दो विश्व युद्धों और एक शीत युद्ध के मद्देनजर स्थापित किए गए थे, वे खतरे में हैं.’ इससे पहले, दिन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि इस बात के कई संकेत हैं कि रूस अगले कुछ दिनों में यूक्रेन पर हमला कर सकता है.


यह भी पढ़ें: 


Russia-Ukraine Crisis: यूक्रेन से भारतीयों को निकालने पर अभी कोई फैसला नहीं, विदेश मंत्रालय ने किया साफ


भारत द्वारा 54 Chinese Apps पर बैन लगाने के बाद पहली बार बोला चीन, कही यह बात