Britain: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने द्वितीय विश्व युद्ध में लड़ने वाले अंतिम जीवित सिख सैनिकों में से एक राजिंदर सिंह धट्ट को 'पॉइंट्स ऑफ लाइट' अवार्ड से सम्मानित किया है. पीएम ने उन्हें यह सम्मान बुधवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में दिया. 


101 वर्षीय धट्ट को उनकी सेवा और ब्रिटिश भारतीय युद्ध के दिग्गजों को एक साथ लाने में मदद करने के लिए सम्मानित किया गया. बता दें कि राजिंदर सिंह धट्ट अविभाजित भारतीय पूर्व सैनिक संघ को चलाते हैं. 1963 से दक्षिण-पश्चिम लंदन के हाउंस्लो में रहने वाले धट्ट का जन्म 1921 में विभाजन-पूर्व भारत में हुआ था. उन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान मित्र देशों की सेनाओं के साथ लड़ाई लड़ी थी. 


खुशी से गदगद हुए राजिंदर सिंह धट्ट


पीएम के हाथों सम्मान पाने के बाद राजिंदर सिंह धट्ट खुशी से गदगद दिखे. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''प्रधानमंत्री से इस तरह का सम्मान प्राप्त करना गर्व की बात है. मैं 'अविभाजित भारतीय पूर्व सैनिक संघ' के महत्व और प्रभाव को स्वीकार करने के लिए उनकी सराहना करता हूं.''


अपने संगठन को लेकर राजिंदर सिंह धट्ट ने ये कहा 


राजिंदर सिंह धट्ट ने आगे कहा कि इस संगठन की स्थापना एक पूर्व सैनिक के रूप में कर्तव्य की गहरी भावना और एकता, समर्थन और सौहार्द को बढ़ावा देने की दृष्टि से की थी. यह पुरस्कार अनगिनत व्यक्तियों के अथक प्रयासों का नतीजा है, जिन्होंने वर्षों से एसोसिएशन की सफलता और विकास में योगदान दिया है. उन्होंने आगे कहा कि हमारे सहयोगियों की अटूट प्रतिबद्धता और निस्वार्थ सेवा ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 


बता दें कि धट्ट द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश भारतीय सेना में शामिल हुए थे. उन्होंने 1943 में हवलदार मेजर (सार्जेंट मेजर) के रूप में पदोन्नत होकर रैंक में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था. उनके संघ ने हाल ही में दिग्गजों के लिए एक ऑनलाइन कम्युनिटी बनाई है, जिसमें व्यक्तिगत कहानियों के बारे में लेख साझा किए जाते हैं. 


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