UAE Hindu Mandir: भारतीय मूल के इनवेस्टमेंट बैंकर विशाल पटेल ने लंदन में करोड़ों की नौकरी छोड़कर यूएई के हिंदू मंदिर को चुना है. विशाल पटेल अब चीफ कम्युनिकेशन ऑफिर के तौर पर हिंदू मंदिर में सेवा दे रहे हैं. कुछ साल पहले ही विशाल पटेल लंदन से यूएई शिफ्ट हुए हैं. इसके पहले लंदन में भी विशाल मंदिर में सेवा दे चुके हैं.


विशाल पटेल ने खलीज टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बताया कि पहले उनके लिए उनका करियर ही सबसे महत्वूर्ण था, लेकिन अब उनके विचार बदल गए हैं. पटेल ने बताया कि साल 2016 से ही उनका परिवार यूएई में रह रहा है, यहां बने हिंदू मंदिर ने उनके जीवन पर बहुत असर डाला है और एक अलग पहचान दिलाई है. जब यूएई हिंदू मंदिर में सेवा करने का अवसर मिला है तो वह इसे गंवाना नहीं चाहते हैं.


पीएम मोदी ने किया था मंदिर का उद्घाटन
अमीरात टाइम्स के मुताबिक विशाल पटेल लंदन स्थित एक मंदिर कई साल तक वॉलंटियर के तौर पर सेवा दे चुके हैं. इसके बाद लंबे समय तक इनवेस्टमेंट बैंकिंग सेक्टर से जुड़े रहे और अब एक बार फिर मंदिर में सेवा देने के लिए आगे आए हैं. अबू धाबी में BAPS हिंदू मंदिर का 14 फरवरी को पीएम मोदी ने उद्घाटन किया था, इस दौरान यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद भी मौजूद थे. साल 2018 में पीएम मोदी ने ही इस मंदिर का शिलान्यास किया था. जब से खाड़ी देश में यह मंदिर बना है, इंटरनेशनल मीडिया पर छाया हुआ है. पूरी दुनिया इस मंदिर का समर्थन कर रही है और इसे भारत-यूएई के मजबूत रिश्ते के तौर पर देख रही है. 


हिंदू मंदिर के साथ शुरू से लगे हैं विशाल
पटेल ने बताया कि उनका परिवार लंदन से ही BAPS मंदिर से जुड़ा रहा है. पटेल ने कहा कि मंदिर के निर्माण से लेकर अभी तक वे मंदिर में सेवा दे रहे हैं. मंदिर में कंटीले तार लगवाने से लेकर उद्घाटन के समय मेहमानों की व्यवस्था करने तक की जिम्मेदारी वह संभाल चुके हैं. पटेल ने बताया कि मेरी तरह ही बहुत से ऐसे लोग हैं जो मंदिर के लिए समर्पित हैं और अपना जीवन मंदिर को देना चाहते हैं. 


आध्यात्म की तरफ जाना चाहते हैं विशाल
रिपोर्ट के मुताबिक विशाल पटेल ने लंदन यूनिवर्सिटी से इकॉनामिक्स की डिग्री ली है. लंदन में एक मंदिर में सेवा करने के बाद वह इनवेस्टमेंट बैंकिग सेक्टर में चले गए थे और अपने करियर की बुलंदी पर गए, लेकिन अब पटेल एक बार फिर आध्यात्म की तरफ जाना चाहते हैं. करोड़ों की नौकरी छोड़कर यूएई हिंदू मंदिर को अपना जीवन समर्पित करना चाहते हैं. विशाल का परिवार भारत के गुजरात से ताल्लुकात रखता है, लेकिन उनका जन्म लंदन में ही हुआ था.  


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