Pakistan TTP: पाकिस्तान में अब जज भी सुरक्षित नहीं हैं, इसका ताजा उदाहरण शनिवार को सामने आया जब कुछ आतंकवादियों ने एक वरिष्ठ न्यायाधीश का अपहरण कर लिया. रविवार को आतंकवादियों ने एक वीडियो साझा किया है, जिसमें न्यायाधीश अपनी जिंदगी बचाने की चीफ जस्टिस से गुहार लगा रहे हैं. इस वीडियो क्लिप में जस्टिस शकीरुल्लाह मारवात यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि चीफ जस्टिस को इन आतंकियों की बात को मान लेना चाहिए.


दरअसल, शनिवार को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकियों ने जस्टिस शकीरुल्लाह मारवात का अपहरण कर लिया. एक दिन बाद अपनी आजादी की गुहार लगाते हुए जज का वीडियो सामने आया. टीटीपी के आतंकवादियों ने यह वीडियो क्लिप पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों को भेजा है. वीडियो क्लिप जस्टिस शकीरुल्लाह मारवात अकेले एक काले पर्दे के आगे बैठे हुए हैं और बता रहे हैं कि शनिवार को टीटीपी ने उनको बंधक बना लिया है. इनकी कुछ मांगे हैं, जिसे पाकिस्तान के चीफ जस्टिस को जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए, जिससे उनकी रिहाई हो सके.


टीटीपी ने हमले की नहीं ली जिम्मेदारी
हालांकि, आतंकियों की क्या मांग है इसकी जानकारी दी नहीं दी गई है. अभी तक तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने इस मामले की जिम्मेदारी भी नहीं ली है और कोई बयान नहीं जारी किया है. दूसरी तरफ पाकिस्तान के किसी भी अधिकारी का अभी तक इस वीडियो पर कोई बयान सामने नहीं आया है. ऐसे में इस वीडियो की पुष्टि नहीं की जा सकती है. 


अगवा करने के बाद जज की जलाई गई गाड़ी
शकीरुल्लाह मारवात अफगानिस्तान की सीमा से सटे दक्षिण वजीरिस्तान जिले में जज के पोस्ट पर हैं. बताया जाता है कि जब वह इस्माइल खान जिले की ओर वापस जा रहे थे, तभी दर्जनों हथियारबंद लोगों ने घात लगाकर उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया और उनके ड्राइवर के साथ जज का अपहरण कर लिए. खैबर पख्तूनख्वा की पुलिस ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने जज की गाड़ी में आग लगा दी और अज्ञात स्थान पर जाने से पहले उनके ड्राइवर को छोड़ दिया. स्थानीय पुलिस को ड्राइवर ने बताया है कि आतंकी अपने रिश्तेदारों और कैदियों की रिहाई की मांग कर रहे थे.






पाकिस्तानी सेना ने दो आतंकी कमांडरों को किया ढेर
अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद आंतवाद निरोधी दस्ते ने इलाके सघन जांच अभियान चलाया, लेकिन अभी तक आतंकियों की कोई सुराग नहीं लग सकी. पाकिस्तानी सेना ने एक अलग बयान में बताया कि उसके बलों ने डेरा इस्माइल इलाके में एक खुफिया आंतकवादी निरोधी छापेमारी की है, जिसमें झड़प के दौरान दो आतंकी कमांडर मारे गए. पाकिस्तान के सीमावर्ती प्रांत में टीटीपी लगातार कार्रवाई कर रही है, लेकिन टीटीपी का कहना है कि वह सिर्फ पाकिस्तानी सेना और पुलिस बलों को निशाना बनाती है.


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