Tesla protest in Germany : जर्मनी के बर्लिन में टेस्ला की गीगाफैक्ट्री के विरोध में 800 से ज्यादा लोगों ने हंगामा किया. इस दौरान पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई. कई लोगों के घायल होने की खबर भी सामने आ रही है. कई प्रदर्शनकारी ग्रुनहाइड के जंगलों में डेरा डाले हुए थे. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने पुष्टि की कि प्रदर्शनकारियों ने प्लांट में घुसने की कोशिश की, लेकिन उन्हें रोक दिया गया. कई लोगों को हिरासत में लिया गया और कुछ लोगों के घायल होने की भी रिपोर्ट मिली. पुलिस प्रवक्ता ने कहा, कुछ प्रदर्शनकारियों ने आतिशबाजी से टेस्ला की कारों को क्षतिग्रस्त कर दिया है.
दरअसल, इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए फैक्ट्री का विस्तार कर रही है. प्रदर्शनकारी इसका विरोध कर रहे हैं. उनका मानना है कि टेस्ला कारखाने के आकार को दोगुना कर रहा है, जिससे पर्यावरण को नुकसान होगा. इसके विरोध में ही फरवरी से लगातार हंगामा हो रहा है. प्रदर्शनकारी ग्रुनहाइड के जंगलों में डेरा डाले हुए हैं. 


इसलिए टेस्ला का विरोध कर रहे लोग
इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन करने वाले समूह डिसरप्ट टेस्ला के प्रवक्ता ओले बेकर ने रॉयटर्स को बताया कि हम यहां पर्यावरण विनाश रोकने के लिए ग्रुनहाइड में टेस्ला फैक्ट्री पर आए हैं. टेस्ला जैसी कंपनियां अपने मुनाफे के लिए पर्यावरण को नष्ट करने में लगी हैं. यह समूह अर्जेंटीना या बोलीविया जैसे देशों में लिथियम खनन के कारण होने वाले पर्यावरणीय विनाश को भी उजागर करना चाहता है. इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों के लिए लिथियम एक प्रमुख संसाधन है, जो हवा, पानी और मिट्टी में जहरीले रसायनों और भारी धातुओं को छोड़ता है, इसलिए इस विस्तार को रोकने की मांग की जा रही है. डिसरप्ट की प्रेस विज्ञप्ति में गीगाफैक्ट्री पर गैरकानूनी तरीके से निर्माण करने का आरोप लगाया गया और तर्क दिया कि इसके विस्तार से पड़ोसी जंगलों को नुकसान होगा.


वीडियो में दिख रहे नीली टोपी पहने प्रदर्शनकारी
टेस्ला ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि प्रदर्शन के कारण साइट दिनभर के लिए बंद रहेगी, कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दी जाएगी. वहीं, इस घटना के बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने चिंता जताई. उन्होंने कहा, यह भी कहा कि डिसरप्ट समूह सेंध लगाने में कामयाब नहीं हुआ. मस्क ने एक्स पर एक और पोस्ट में लिखा. पुलिस ने वामपंथी प्रदर्शनकारियों को इतनी आसानी से क्यों छोड़ दिया? बता दें कि डिसरप्ट टेस्ला समूह 8 से 12 मई के बीच होने वाले विस्तार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का आह्वान कर रहा था. रॉयटर्स के एक वीडियो में नीली टोपी और मास्क पहने दर्जनों लोग पास के जंगली इलाके से आते दिख रहे हैं. ये सभी कंपनी में घुसने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि, पुलिसकर्मी उन्हें बलपूर्वक रोकने की कोशिश कर रहे हैं. इस झड़प में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में भी लिया है.