Superman Child: रूस से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पर एक प्रभावशाली शख्स ने अपने नवजात बेटे को दूध नहीं पीने दिया. उसका मानना था कि बच्चों को सिर्फ धूप का आहार देने पर अलौकिक शक्ति प्राप्त होती है. शख्स चाहता था कि उसका बेटा सुपरमैन बने लेकिन दूध न मिलने से उसकी मौत हो गई. 


ब्रिटेन स्थित टैब्लॉयड मेट्रो की रिपोर्ट के मुताबिक, मैक्सिम ल्युटी नाम के एक रूसी प्रभावशाली व्यक्ति को आठ साल जेल की सजा सुनाई गई है. ल्युटी पर आरोप है कि उसने अपने एक महीने के बच्चे को भूखा रखकर मार डाला. ल्युटी चाहते थे कि उनका बच्चा कोसमोस सिर्फ सूर्य की रौशनी से भोजन पाकर 'सुपरमैन जैसा बने,' हालांकि बच्चे की भूख से मौत हो गई. रिपोर्ट के मुताबिक मैक्सिम ल्युटी अपनी पत्नी ओक्साना मिरोनोवा को प्रसूति अस्पताल में भी नहीं ले गया, जिसके बाद घर पर ही बच्चे की नॉर्मल डिलिवरी हुई. 


ल्युटी से डरती थी ओक्साना
ओक्साना की चचेरी बहन ओलेसा निकोलायेवा ने बताया कि ल्युटी अपनी पत्नी पर बच्चे को दूध न पिलाने के लिए दबाव डाल रहा था. ल्युटी को विश्वास था कि सूरज बच्चे को दूध पिला रहा है.' ओलेसा ने बताया कि 'ओक्साना चोरी-छुपे बच्चे को दूध पिलाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन ल्युटी से डर रही थी. ओलेसा ने कहा 'बच्चे को सूरज की रोशनी के खाना मिलना कैसे संभव है? एक बच्चे को अपनी मां के दूध की जरूरत होती है.'


ओक्साना की मां ने शख्स को कहा 'पागल'
ओक्साना मिरोनोवा की मां गैलिना ने बताया कि 'मैं पहले से मैक्सिम ल्युटी के खिलाफ थी, मैने पहले ही अपनी बेटी को उसके साथ नहीं रहने के लिए कहा था, लेकिन उसने मेरी बात नहीं मानी. उसकी बेटी मैक्सिम की गुलाम बनकर रहती थी, क्योंकि मैक्सिम पागल है वह किसी की बात नहीं सुनता है.'


आरोपी ने अपराध किया स्वीकार
बच्चे की मौत होने के बाद ल्युटी ने अपने अपराध को कोर्ट में स्वीकार कर लिया. ल्युटी ने कोर्ट में कहा कि 'मैं पूरी तरह से अपना अपराध स्वीकार करता हूं. मेरे पहले बच्चे की लापरवाही से मौत का कारण मैं हूं.'


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