Russia Nuclear Exercises: रूस ने सोमवार को कहा कि वह एक सैन्य अभ्यास करने वाला है, जिसमें सामरिक परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा. रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि पश्चिमी देशों के कुछ अधिकारियों के उकसाने वाले बयान के बाद यह फैसला किया गया है. मंत्रालय ने बताया कि इस अभ्यास का आदेश खुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिया है. इस अभ्यास में लड़ाकू अभियानों को अंजाम देने के लिए गैर रणनीतिक परमाणु बलों की तैयारियों का परीक्षण किया जाएगा. 


रूस के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि सैन्य अभ्यास में गैर रणनीतिक परमाणु आयुधों के उपयोग की तैयारी और तैनाती का अभ्यास होगा. इस अभ्यास में मिसाइल टीम भी भाग करेगी और रूस की नौसेना भी हिस्सा लेगी. मंत्रालय ने कहा कि 'गैर रणनीतिक परमाणु बलों की तैयारी और तैनाती के अभ्यास के लिए कई तरह के उपाय किए जाएंगे.' बयान में कहा गया है कि रूसी संघ पश्चिमी देशों के अधिकारियों के कड़े बयानों के खिलाफ यह अभ्यास करने जा रहा है. इसका उद्देश्य रूस की अखंडता और संप्रभुता को सुनिश्चित करना है.


यूक्रेन युद्ध में टांग अड़ाने का आरोप
हालांकि, मंत्रालय ने अपने बयान में उन पश्चिमी देशों के अधिकारियों का नाम नहीं लिया है, जिनसे रूस को धमकी मिली है. लेकिन रूस ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की टिप्पणी को बेहद खतरनाक बताया है. रूस ने अमेरिका समेत उसके यूरोपीय सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाया है. रूस ने कहा कि साल 2022 में रूस-यूक्रेन जंग के दौरान पश्चिमी देशों ने लगातार यूक्रेन को हथियार पहुंचाकर दुनिया को परमाणु युद्ध के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है. 


नाटो देशों को चेतावनी दे रहे पुतिन
विषेशज्ञों का मानना है कि परमाणु शक्ति वाले देश नियमित रूप से अपने परमाणु हथियारों की जांच करते हैं, लेकिन इस तरह से सार्वजनिक तौर पर अभ्यास की बात नहीं करते हैं. दूसरी तरफ युद्ध शुरू होने के बाद से लगातार रूस परमाणु खतरे की चेतावनी देता रहा है. फिलहाल अमेरिका का मानना है कि रूस ने परमाणु फोर्सेज में कोई बदलाव नहीं किया है. पुतिन ने मार्च महीने में पश्चिम देशों को चेतावनी दी थी कि रूस और नाटो गठबंदन वाले देसों के बीच संघर्ष का मतलब है कि पृथ्वी तीसरे विश्व युद्ध से मात्र एक कदम दूर है. 


यह भी पढ़ेंः 'बाहर निकालो परमाणु हथियार', फ्रांस ने यूक्रेन में भेजी सेना तो भड़के पुतिन ने दिया ऑर्डर