White House Statement: व्हाइट हाउस ने रूस पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह अपने ही सैनिकों को मार रहा है. गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि सेना की पूरी यूनिट पर दबाव बनाया जाता है कि वह यूक्रेनी गोलीबारी और तोप के गोले से पीछे नहीं हट सकते हैं. उन्हें कहा जाता है कि अगर वे ऐसा करेंगे तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा. 


अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, ये कार्रवाइयां रूसी सेना के कमजोर मनोबल को दर्शाती है, जो पिछले 20 महीने से यूक्रेन की साथ जंग में हैं. किर्बी ने आदेशों का पालन न करने पर सैनिकों की फांसी और पूरी यूनिट के खिलाफ दी गई धमकियों को बर्बर बताया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयां रूस की सैन्य नेताओं के खराब प्रदर्शन और बेतरतीब तरीके से सेना को संभालने के संकेत देती हैं. जंग में मारे गए सैनिकों को लेकर जॉन किर्बी ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी जिससे इसकी पुष्टि हो सके.


रूस ने नहीं की कोई टिप्पणी


रूस ने अभी तक व्हाइट हाउस के दावों पर कोई टिप्पणी नहीं की है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन लगातार कोशिश कर रहे हैं कि वह यूक्रेन के लिए सहायता राशि को संसद से पास करवा लें. व्हाइट हाउस के बयान के एक दिन बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने दावा किया कि यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सेना को काफी नुकसान पहुंचाया है और इस हमले में रूसी ब्रिगेड के 2,000 से 5,000 सैनिकों की जान गई है. 


यूक्रेनी राष्ट्रपति के कार्यालय ने कहा, "रूसी सैनिकों ने अवदीवका को घेरने की कई नाकाम कोशिश की लेकिन यूक्रेनी सेना ने रूसी सैनिकों को पीछे धकेल दिया."


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