Bangladesh Opposition Rally Violence : भारत के पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में जनवरी में होने वाले आम चुनावों से पहले सरकार और विपक्ष के बीच हिंसक तकरार शुरू हो गई है. यहां प्रधानमंत्री शेख़ हसीना के इस्तीफे की मांग पर विपक्ष बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने एक दिन पहले शनिवार (28 अक्टूबर) को बड़ी रैली निकाली. इस दौरान पुलिस से हिंसक झड़प हुई है. BNP की रैली की सूचना मिलने के बाद शेख हसीना के समर्थक भी बड़ी संख्या में पहुंच गए थे, जिसकी वजह से तकरार और बढ़ गया.


घटना में एक पुलिस वाले को पीट पीटकर मौत के घाट उतारा गया है, जबकि अन्य पुलिसकर्मियों सहित विपक्ष के कम से कम 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं. सरकारी ढाका चिकित्सा महाविद्यालय (डीएमसीएच) में पुलिस चौकी के प्रभारी बच्चू मियां ने बताया कि हमले में घायल पुलिसकर्मी को जब यहां अस्पताल लाया गया, तब जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. यानी हमले के समय घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई थी.


चुनाव से पहले अंतरिम सरकार गठन की मांग 


विपक्ष की मांग है कि चुनाव से पहले शेख हसीना पद छोड़ दें और अंतरिम पीएम के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बने, ताकि बिना किसी दबाव निष्पक्ष चुनाव हो सके. पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की अगुवाई वाली बीएनपी ने शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर यहां एक विशाल रैली निकाली. उसका कहना है कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हसीना का इस्तीफा और गैर दलीय अंतरिम सरकार (interim government) का गठन जरूरी है.


धारदार हथियार से पुलिसकर्मी को उतारा मौत के घाट


टकराव की घटना में पुलिस कर्मी को मौत के घाट उतारे जाने को लेकर पुष्टि करते हुए ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस के प्रवक्ता फारूक हुसैन ने कहा कि धारदार हथियार से वार कर एक पुलिस कांस्टेबल को घाट उतारा गया है. उन्होंने बताया कि BNP कार्यकर्ताओं के हमले में 41 अन्य पुलिसकर्मी घायल हैं. इनमें से 39 पुलिसकर्मियों का ‘राजरबाग सेंट्रल पुलिस हॉस्पीटल’ (सीपीएच) में इलाज चल रहा है.'


हिंसा करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर क़ानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. उनकी शिनाख्त की कोशिशें शुरू हुई है. ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस की आसूचना शाखा के प्रमुख हरूनूर राशिद ने संवाददाताओं से कहा, "बीएनपी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकारी प्रतिष्ठानों एवं संपत्तियों पर हमला किया, उनके विरूद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी."


अस्पताल में एंबुलेंस को किया आग के हवाले, बुलानी पड़ी बॉर्डर फोर्स


यह भी पता चला है कि प्रदर्शनकारियों ने ढाका में अपनी रैली के दौरान कई क्षेत्रों में हिंसा की ओर पुलिस चौकी में आग लगा दी हालात इतने बिगड़ गए थे कि इसे संभालने के लिए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को बुलाना पड़ा. पुलिस अस्पताल के अंदर एक एंबुलेंस सहित अन्य वाहनों में भी प्रदर्शनकारियों ने आग लगायी है. हालात को संभालने के लिए बीजीबी को आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां फायर करनी पड़ी. हमलावरों को डराने के लिए साउंड ग्रेनेड भी दागने पड़े हैं.


राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान


मुख्य विपक्षी दल बीएनपी ने शांतिपूर्ण पर हमला का आरोप पुलिस पर लगाया है और इसके खिलाफ रविवार को पूरे देश में हड़ताल का आह्वान किया है. इस वारदात को लेकर PM शेख हसीना ने विपक्ष पर विकास योजनाओं को बाधित करने का आरोप लगाया है. चट्टग्राम में एक जनसभा में उन्होंने कहा, ‘आपकी धौंसबाजी से आवामी लीग (सत्तारूढ़ पार्टी) नहीं डरती है.'आपको बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना 15 सालों से सत्ता में हैं. 2024 में होने वाले चुनावों में एक बार फिर चौथी बार भी आवामी लीग को सत्ता में लौटने की उम्मीद है.


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