रूस और यूक्रेन के बीच 55वें दिन भी युद्ध जारी है. यूक्रेन में शहर के शहर तबाह किए जा रहे हैं. कई शहरों में हालात काफी बदतर हो गए हैं. रूसी सेना ने यूक्रेन के पूर्वी छोर पर हमले और तेज कर दिए है. यूक्रेन के बड़े शहरों में रूसी सेना समय समय पर मिसाइलें दागकर यूक्रेन को चुनोती दे रही है. इस बीच एबीपी न्यूज की टीम रूसी सेना के ठिकाने पर पहुंची है.


वॉर जोन में मौजूद एबीपी न्यूज़ संवाददाता मृत्युंजय सिंह और कैमरामैन आसिफ़ खान यूक्रेन में उन जगहों पर पहुंचे जहां यूक्रेन की सेना और रूसी सैनिकों के बीच बड़ी भयावह जंग हुई.




वॉर जोन में एबीपी न्यूज की टीम


एबीपी न्यूज़ की टीम उस जंगल में पहुंची जहां रूसी सैनिकों ने अपना बंकर और बेस बनाया था. इस जंगल मे 38 दिनों तक रूस की सेना डटी रही. और दोनों देशों के बीच गोलाबारी होती रही. बंकर में 38 दिनों तक रूस की सेना की ज़िंदगी कैसी रही? ये समझने के लिए संवाददाता मृत्युंजय सिंह और आसिफ़ खान जंगल मे 23 किलोमीटर तक अंदर गए. जहां चारों तरफ हमले करने की तैयारी के लिए बंकर बने थे. 




जंगल में रूसी बंकरों का जायजा


एबीपी न्यूज की टीम जंगल में बंकरों के अंदर भी पहुंची जहां रूस की सेना के सामान, मिसाइल, रॉकेट, बुलेट और रूसी कपड़ों के ढेर भी मिले. जंगल के अंदर रूसी सेना का किचन, रूसी सेना का बाथरूम, रूसी सेना के कमांडर का कमरा. बंकर के अंदर रूसी सेना की लड़ाई की तैयारी के लिए साजो सामान बिखरे पड़े दिखे. जंगल के बीच बिजली के तारों को भी निशान बनाया गया था. जंगल में रॉकेट का मलबा दिख रहा था.




इलाके को यूक्रेनी सेना ने वापस अपने कब्जे में लिया


कई जगह पर जमीन में धंसी मिसाइलें भी दिखी जो फटी नहीं थी. जंगल में आगजनी और हर जगह तबाही का आलम नजर आया. बहरहाल इस इलाके को एक बार फिर यूक्रेनी सेना ने अपने कब्ज़े में ले लिया है.




यूक्रेनी सेना ने रूसी बंकर पर बुलेट मारकर रूस और पुतिन को अपशब्द लिखकर साफ संदेश दिया है कि यही बंकर तुम्हारी कब्र है. गौतलब है कि 24 फरवरी से ही रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों पर हमला कर रहे हैं. रूस पर कई प्रतिबंधों के बावजूद भी सैनिक लगातार बम के गोले बरसा रहे हैं.