Russia Hypersonic Missile Test: रूस ने एक हाइपरसोनिक मिसाइल का पहली बार परमाणु पनडुब्बी से सफलतापूर्वक परीक्षण किया. सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सेवेरोडविंस्क पनडुब्बी से जिरकॉन मिसाइल के दो परीक्षण किये गये और बेरेंट्स सागर के तट पर स्थित छद्म (मॉक) लक्ष्यों को सटीक तरीके से निशाना बनाया. यह पहली बार है जब जिरकॉन मिसाइल का प्रक्षेपण पनडुब्बी के जरिये किया गया. इससे पहले जुलाई में नौसेना के युद्धपोत से इसका कई बार परीक्षण किया गया था.


रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि जिरकॉन ध्वनि की गति से नौ गुना तेज उड़ान भरने में सक्षम होगी और यह 1,000 किलोमीटर (620 मील) सीमा क्षेत्र में लक्ष्य को निशाना बना सकती है. पुतिन ने कहा कि इसकी तैनाती से रूसी सैन्य क्षमता में काफी वृद्धि होगी.


अधिकारियों ने कहा कि जिरकॉन के परीक्षण इस साल के अंत में पूरे होने हैं और इसे 2022 में रूसी नौसेना में शामिल किया जाएगा. जिरकॉन का उद्देश्य रूसी क्रूजर, युद्धपोत और पनडुब्बियों को अधिक शक्तिशाली बनाना है. यह रूस में विकसित कई हाइपरसोनिक मिसाइलों में से एक है.


मिसाइल परीक्षणों के बावजूद दोनों कोरियाई देशों ने बहाल की ‘हॉटलाइन’


उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने कई सप्ताह से ठप पड़ी संचार ‘हॉटलाइन’ को सोमवार को फिर बहाल कर दिया. सियोल के एकीकरण मंत्रालय ने बताया कि दोनों कोरियाई देशों के सम्पर्क अधिकारियों ने सोमवार सुबह सीमा पार संचार चैनल पर संदेशों का आदान-प्रदान किया.


दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो के अनुसार, सियोल के अधिकारी ने एक चैनल पर अपने उत्तर कोरियाई समकक्ष के साथ फोन पर बातचीत के दौरान कहा, ‘‘ लंबे समय से कोई बातचीत नहीं हुई थी. हम खुश हैं कि हमारे संचार चैनल इस तरह बहाल हुए. हम उम्मीद कर रहे हैं कि दक्षिण और उत्तर कोरिया के बीच संबंध नए स्तर पर विकसित होंगे.’’ वीडियो में उत्तर कोरिया की ओर से कोई वक्तव्य नहीं था.


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