India Pakistan Relations: भारत-पाकिस्तान की सरकार से रमजान के पवित्र महीने में एक महिला ने खास अपील की है. शनिवार (23 मार्च 2024) को एक शांति कार्यकर्ता ने दोनों देशों की जेलों में बंद महिलाओं समेत मछुआरों को रिहा करने का आग्रह किया है. मुंबई में जतिन देसाई ने कहा, ''हर एक मछुआरा जो दूसरे देश की जेल में बंद है, उसे अनजाने में समुद्री सीमा पार करने के लिए गिरफ्तार किया गया है. इनमें 190 भारतीय और पाकिस्तान की कुछ महिलाएं और 81 अन्य पाकिस्तानी तथा भारत की कुछ महिलाएं शामिल हैं.''


उन्होंने कहा कि अधिकांश कैदियों ने अपनी सजा पूरी कर ली है. उनकी राष्ट्रीयता की भी पुष्टि हो गई है और उन्हें एक दूसरे की जेलों में बंद रखने का कोई कारण नहीं है. देसाई ने बताया कि कॉन्सुलर एक्सेस पर समझौते, 2008, धारा (5) के अनुसार, दोनों सरकारें व्यक्तियों को उनकी राष्ट्रीय स्थिति की पुष्टि और सजा पूरी होने के एक महीने के भीतर रिहा करने और वापस भेजने पर सहमत हैं.


गिरफ्तार किए गए अधिकांश मछुआरों की राष्ट्रीयता की पुष्टि बहुत पहले ही कर दी गई थी और वे अपनी जेल की सजा भी पूरी कर चुके हैं. उन्हें तुरंत रिहा किया जाना चाहिए और रमजान के दौरान सद्भावना संकेत के रूप में घर वापस भेजा जाना चाहिए।


पाकिस्तानी की जेलों में बंद 308 भारतीय कैदी


पाकिस्तान सरकार की ओर से जुलाई 2023 में जो रिपोर्ट पेश की गई थी उसके मुताबिक वहां 308 भारतीय नागरिक जेल में हैं. इस दौरान सरकार की और से भी पाकिस्तानी कैदियों की लिस्ट सौंपी गई थी. उस दौरान बताया गया था कि भारतीय जेलों में 417 पाकिस्तानी बंद हैं. 


बता दें दोनों देशों के बीच 2008 में एक समझौता हुआ था. इस समझौते के तहत उन्हें हर अपने जेलों में कैद कैदियों की संख्या बतानी होती है. 


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