Covid-19: कोरोना से लड़ने के लिए फाइजर की कोशिशों को झटका लगा है. फाइजर की तरफ से कोरोना वायरस को लेकर बनाई गई बहुचर्चित दवा पैक्सलोविड टेस्ट में फेल हो गई है. यानी हाल ही में इसका कोविड संक्रमितों पर ट्रायल किया गया. इस दौरान यह दवाई संक्रमितों में कोविड-19 के जोखिम को कम करने के अपने प्राथमिक लक्ष्य को पूरा करने में विफल रही. कंपनी ने खुद इस बात की जानकारी मीडिया को भी दी है.


कंपनी ने बयान जारी कर दी जानकारी


फाइजर ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि, पैक्सलोविड, घरेलू संपर्क के माध्यम से वायरस के संपर्क में आने वाले वयस्कों में कोविड -19 संक्रमण के खतरों को नहीं रोक पाई. हालांकि प्लेसबो की तुलना में इस दवा ने जोखिम को लगभग एक तिहाई कम किया, लेकिन यह नंबर आवश्यक नंबर से बहुत कम है. 


इस दवा का हो रहा बेसब्री से इंतजार


मुख्य कार्यकारी अधिकारी अल्बर्ट बौर्ला ने कहा कि, वह अध्ययन के परिणामों से निराश जरूर हैं. Paxlovid के उपयोग को उन लोगों तक विस्तारित करना था, जिन्होंने अभी तक कोविड -19 का टेस्ट नहीं किया था, लेकिन एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हों. इसका मार्केट में काफी बेसब्री से इंतजार हो रहा है. एनालिटिक्स ग्रुप एयरफिनिटी लिमिटेड के एक पूर्वानुमान के अनुसार, पैक्सलोविड पहले से ही फार्मास्युटिकल उद्योग में अब तक के सबसे तेज विक्रेताओं में से एक है, जिसकी अनुमानित बिक्री 2022 में लगभग $24 बिलियन तक हो सकती है.


पिछले दिनों मिली थी मंजूरी


बता दें कि फाइजर की इस दवा को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पिछले हफ्ते मंजूरी दी थी. कोविड-19 के खिलाफ इस दवा के इमरजेंसी यूज की अनुमति दी गई थी. बताया गया था कि यह दवा 8-10 दिन में बाजार में उफलब्ध होगी, लेकिन इसका हाल में आया रिजल्ट लोगों के इंतजार को बढ़ाएगा.


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