टोक्यो: जापान की राजधानी टोक्यो की गिंज़ा शहर फैशनेबल जगह के रुप में जाना जाता है. गिंज़ा के एक प्राइवेट स्कूल की बात करे तो वहां के प्रशासन को लगा कि बच्चों की ड्रेस बदलनी चाहिए. जिसके बाद इटली के ब्रांड अरमानी का रुख किया. ताईमेई एलिमेंट्री नाम के स्कूल ने पिछले साल बच्चों की ड्रेस तैयार किया जो बेहद स्टाइलिश और महंगी थी, जिसे लेकर बच्चों के मां-पिता ने इसे खरीदने से मना कर दिया.


स्टाइल के लिए जापान बहुत संजीदा रहता है लेकिन इस बार बच्चों की ड्रेस स्टाइलिश और काफी महंगी है. जापान में स्कूल की ड्रेस बच्चें जमकर पहनते हैं, क्योंकि स्कूल के प्रति बच्चों को जागरुक करना रहता है. ताकि ज्यादा लोग को पता चल सके.


स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक का कहना है कि ड्रेस की कीमत अभी मौजूदा स्कूल ड्रेस की कीमत से तीन गुना है.


हालांकि, नई ड्रेस बच्चों के लिए जरूरी नहीं है मगर यह ड्रेस उन माता-पिता के लिए भी बड़ी वजह बन सकती है जो इस ड्रेस को खरीद नहीं सकते हैं. साथ ही बच्चों के बीच भी ऐसी चीजों से दूरियां बढ़ सकती हैं.


ड्रेस अरमानी की बनाने की बात कही गई है और इसकी कीमत रखी गई है 45 हज़ार रुपये.


शिक्षक का क्या कहना है?


जापान के मशहूर शिक्षाविद नाओकी ओगी का मानना है कि ये ड्रेस उनके लिए है जो उसको गर्व से पहनना चाहते है ना कि गरीबों के लिए है. ओगी एक माता पिता के प्रश्न से तब हैरान हुए जब उन माता-पिता ने पूछा कि इतने लग्जरी ब्रॉन्ड की ड्रेस को एक प्राइवेट स्कूल कैसे चुन सकता है?


इस मामले पर जापान के संसदों ने क्या कहा?


बीते गुरुवार को विपक्षी सांसद ने संसद मनाबू तेराडा ने जापान के निचले सदन की बजट सीमित की बैठक में इस मुद्दे को उठाया. फिर उन्होंने कहा कि जिस यूनिफॉर्म को एक प्राइवेट स्कूल बदल रहा है वह ड्रेस इतनी महंगी है कि कोई भी अभिभावक उसे खरीदने में कई बार सोचेगा. इस बात पर मंत्रियों ने सहमति जताते हुए कहा कि कुछ परिवार नई ड्रेस को खरीदने में सक्षम नहीं है.