Gilgit-Baltistan CM Fake Degree: पाकिस्तान (Pakistan) में इस दौरान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के हेड इमरान खान को गिरफ्तार के बाद देश में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए. वहीं गिलगित-बाल्टिस्तान PTI के प्रेसिडेंट और मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद पर चुनाव के लिए भरे गए हलफनामे में फेक डिग्री जमा करने का खुलासा हुआ है.


द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के पास विशेष रूप से उपलब्ध दस्तावेजों से पता चला कि खुर्शीद ने जून 2009 में बेलफोर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी बैरिस्टर की डिग्री हासिल की थी, जब वो कुछ समय के लिए इंग्लैंड में थे. पाकिस्तान के हाई एजुकेशन कमीशन ने भी मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद की डिग्री को जांच करने के लिए लंदन यूनिवर्सिटी भेजा था, जहां पर उनकी डिग्री को झूठा करार दिया गया. इस सच के सामने आने के बाद उन पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है और उनपर आपराधिक मामला चल सकता है.


कोर्ट में प्रैटिक्स करने का मिला लाइसेंस

खालिद खुर्शीद ने बेलफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी नाम के तहत संचालित डिप्लोमा वाली डिग्री हासिल की थी, लेकिन यह वास्तव में मौजूद नहीं थी. खालिद खुर्शीद कुछ समय के लिए इंग्लैंड गए हुए थे. उसके बाद जब वो पाकिस्तान लौटे तो उनके रिश्तेदार और करीबी सहायक उन्हें बैरिस्टर समझने लगे थे. इसका फायदा उन्हें मुख्यमंत्री बनने के लिए मिला.

 

इसके अलावा जब उन्होंने अपनी बैरिस्टर की डिग्री दिखाई तो जी-बी बार काउंसिल ने उनके दस्तावेजों पर भरोसा किया और उन्हें वकील के रूप में नामांकित किया और उन्हें प्रैक्टिस करने का लाइसेंस जारी कर दिया.

 

विरोधी पार्टी की साजिश

खालिद खुर्शीद को वकील की प्रैक्टिस करने का लाइसेंस मिलने के बाद कभी भी सक्रिय रूप से प्रैक्टिस नहीं की. हालांकि, वे बार रूम में नियमित रूप से जाते थे. इस मामले के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री के कानूनी टीम के मेंबर यासिर अब्बास ने कहा कि सीएम के राजनीतिक विरोधी पार्टियां गिलगित बाल्टिस्तान में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी शैक्षणिक योग्यता के खिलाफ प्रचार-प्रसार कर रहे हैं.