पाकिस्तान में सियासी संकट चरम पर पहुंच गया है. इमरान खान का पीएम पद की कुर्सी से बेदखल होना लगभग तय माना जा रहा है. इस बीच पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री को लेकर शहबाज शरीफ का नाम चर्चा में है. शहबाज शरीफ ने सोमवार को नेशनल असेंबली में खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. बताया जा रहा है कि अगर इमरान खान अविश्वास मत हार जाते हैं, तो एक नई सरकार का नेतृत्व विपक्षी नेता और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के शहबाज शरीफ कर सकते हैं. यह संकेत पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने बुधवार को दिया था.


कौन हैं शहबाज शरीफ जो बन सकते हैं पाकिस्तान के पीएम


शहबाज शरीफ पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई हैं. शहबाज शरीफ ने ही सोमवार को नेशनल असेंबली में इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था. शहबाज अपने भाई और अपदस्थ प्रधान मंत्री नवाज शरीफ की जगह पीएमएल-एन के अध्यक्ष हैं, जो पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के दो मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से लंदन में रह रहे हैं. वह नेशनल असेंबली (पाकिस्तान की संसद के निचले सदन) में विपक्ष के वर्तमान नेता हैं. शरीफ को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का अनुभव है. उन्होंने तीन बार इस पद पर कार्य किया है.


1997 में पहली बार पंजाब प्रांत के सीएम बने


वह 1997 में पहली बार पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री बने. लेकिन, जनरल परवेज मुशर्रफ द्वारा 1999 के तख्तापलट के बाद, उन्हें पाकिस्तान छोड़ना पड़ा और अगले आठ साल सऊदी अरब में निर्वासन में बिताए. शहबाज शरीफ और उनके भाई 2007 में पाकिस्तान लौट आए. 2008 के आम चुनाव में उनकी पार्टी की जीत के बाद वह फिर से पंजाब के मुख्यमंत्री बने. पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में शरीफ का तीसरा कार्यकाल 2013 में शुरू हुआ और उन्होंने 2018 के चुनावों में पीएमएल-एन की हार तक पूर्ण कार्यकाल के तौर पर काम किया. 2018 के चुनावों के बाद उन्हें विपक्ष का नेता नामित किया गया था. दिसंबर 2019 में, नेशनल अकाउंटबिलिटी ब्यूरो (NAB) ने शहबाज शरीफ और उनके बेटे हमजा की 23 संपत्तियों को मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाते हुए सील कर दिया था.


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