Pakistan Inflation: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में खान-पान की दिक्कतें फिर एक बार चरम पर पहुंच गई हैं. लोग बढ़ती हुई महंगाई के बोझ तले दबे जा रहे हैं. वहीं सरकार ने इस पर काबू पाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. पाकिस्तानी सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, पिछले सप्ताह से मुल्क में महंगाई दर 41 प्रतिशत से ऊपर रही है. देश में आटा, चावल, चाय, चिकन, गैस, बिजली की कीमतों में अभूतपूर्व इजाफा देखा जा रहा है. पाकिस्तान का संवेदनशील मूल्य सूचकांक 42.6 प्रतिशत तक बढ़ गया है. 


खाने पीने के सामान की बढ़ती कीमतों से जनता परेशान है तो पाकिस्तानी राजनेता राजनीति की रोटी सेंकने में व्यस्त हैं. फिलहाल पाकिस्तान में अंतरिम सरकार काम कर रही है, लेकिन चुनाव की वजह से किसी का ध्यान महंगाई और गुरबत में जी रही जनता पर नहीं है.


बिजली की बढ़ी कीमतें


खान-पान की चीजों से जनता का हाल तो पहले से ही बेहाल था, लेकिन अब सरकार किसी राहत के बजाए एक और बोझ लाद दिया है. सरकार ने फरमान जारी किया है कि 2024 की पहली तिमाही से बिजली की कीमतों में प्रति यूनिट 1.15 रुपये का इजाफा हुआ है.


प्रदूषण की दोहरी मार


अव्वल तो पाकिस्तान में पैसों की कमी है. दो वक्त का खाना मिलना भी मुहाल है. इस बीच जनता लगातार बढ़ते प्रदूषण से हाय-हाय कर रही है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदूषण से निजात पाने के लिए कृत्रिम बारिश (Artificial Rain) करवाने में 35 करोड़ रुपये का खर्च आना था, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात ने बगैर किसी कीमत लाहौर में 10 जगहों पर बारिश करवाई.






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